इस वर्ष साल का आखिरी सूर्य ग्रहण 25 अक्टूबर को होगा। धर्म के नजरिये से यह ग्रहण खास रहने वाला है। दीपावली के अगले ही दिन यह आंशिक सूर्य ग्रहण होगा, सूर्य ग्रहण के कारण गोर्वधन पूजा अब एक दिन के लिए टल गई है। देश के कई जगहों पर यह ग्रहण देखने को मिलेगा। इस साल का यह दूसरा सूर्य ग्रहण है, पिछला सूर्य ग्रहण 30 अप्रैल को था, जो भारत में नहीं देखा गया था। यह ग्रहण उत्तरी और पश्चिमी हिस्सों यानि हरियाणा, पंजाब, जम्मू कश्मीर, राजस्थान, उत्तराखंड, हिमाचल सहित सभी उत्तरी राज्यों में बेहतर ढंग से दिखेगा, बाकी जगहों पर सूर्य अस्त होने के चलते यह नहीं दिखेगा। जबकि दुनियाभर के कई अन्य देशों में यह दिखेगा। पूर्वी और मध्य प्रदेश से आगे के दक्षिणी इलाकों में यह ग्रहण नहीं दिखेगा।
ग्रहण शाम साढ़े 4 बजे चरम पर होगा। 25 तारीख को इस दिन सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी सीधी रेखा में रहेंगे। जिस कारण चंद्रमा कुछ देर के लिए आंशिक रूप से सूर्य को ढक लेगा और ग्रहण दिखेगा। देश में करीब-करीब आधा हिस्सा सूर्य का ढका दिखेगा। नई दिल्ली के समयानुसार शाम करीब 4 बजकर 29 मिनट पर ग्रहण शुरू होकर सूर्य अस्त के साथ ही ग्रहण 6 बजकर 9 मिनट पर समाप्त हो जाएगा।
इस बार दीपावली 24 तारीख को है और ग्रहण के कारण गोवर्धन पूजन 25 की बजाए अब 26 तारीख को होगी और भाई दूज 27 को मनाई जााएगी। धनतेरस 22 अक्टूबर को होगी। धार्मिक दृष्टि से देखा जाए तो 25 तारीख को शाम साढ़े 4 बजे लगने वाले ग्रहण का सूतक 12 घंटे पहले यानि सुबह 4 बजे ही शुरू हो जाएगा। यानि दीपावली की रात के बाद से ही ग्रहण का सूतक शुरू हो जाएगा। अत: धर्म की दृष्टि से ग्रहण को मानी जाने वाली सभी सावधानियां इस दिन आप पूरी कर सकते हैं।