Microsoft Company News : अमेरिका की कंपनी माइक्रोसॉफ्ट को लगा बड़ा झटका, अमेरिकी अदालत ने 24 करोड़ डॉलर का ठोका जुर्माना
Microsoft Company News : दुनिया के बहुराष्ट्रीय कंपनियों में से एक सेल कंपनी को बड़ा झटका लगा है। अमेरिका की पॉपुलर कंपनी माइक्रोसॉफ्ट को बड़ा झटका लगा है। अमेरिका की एक अदालत ने माइक्रोसॉफ्ट पर 24 करोड़ डॉलर का जुर्माना ठोंक दिया है। इसी दौरान अमेरिका में माइक्रोसॉफ्ट के प्रवक्ता ने दावा किया है कि, माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft Company News) ने कोई गड़बड़ी नहीं की है। प्रवक्ता का कहना है कि हम अमेरिका की डेलावेयर कोर्ट के फैसले के खिलाफ अपील दायर करेंगे।
माइक्रोसॉफ्ट पर आईपीए की तकनीक चोरी का आरोप है
एक पुराने मामले को लेकर अमेरिका में स्थित डेलावेयर की एक अदालत ने वर्चुअल असिस्टेंट कोर्टाना के उपयोग पर माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft Company News) को पेटेंट मालिक आईपीए टेक्नोलॉजी को 24 करोड़ डॉलर चुकाने का आदेश जारी किया है। कोर्ट ने माना है कि, माइक्रोसॉफ्ट ने आईपीए की तकनीक चुराकर उसके पेटेंट अधिकार का उल्लंघन किया है।
दरअसल, कोर्टाना एक वर्चुअल वॉइस असिस्टेंट है, जिसे माइक्रोसॉफ्ट ने 2014 में पेश किया था। आवाज को पहचानने की जिस तकनीक पर कोर्टाना चलता है, उसे लेकर आईपीए का दावा है कि इसका पेटेंट उसके पास है, जो उसने 2010 में सिरी इंक से खरीदा है। सिरी को बाद में एपल ने खरीद लिया था और इसी नाम से अपना आवाज आधारित वर्चुअल असिस्टेंट सिरी पेश किया था।
माइक्रोसॉफ्ट प्रवक्ता ने आरोपों पर दी सफाई
अमेरिका में माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft Company News) के एक प्रवक्ता ने इस मामले के आरोपों पर सफाई देते हुए कहा कि, माइक्रोसॉफ्ट ने आईपीए के पेटेंट का उल्लंघन नहीं किया है। आईपीए ने 2018 में माइक्रोसॉफ्ट के खिलाफ मुकदमा दायर किया था। माइक्रोसॉफ्ट पर व्यक्तिगत डिजिटल सहायकों और आवाज-आधारित डाटा नेविगेशन से संबंधित पेटेंट के उल्लंघन का आरोप लगाया था। लेकिन इस फैसले के खिलाफ अपील की जाएगी।
हालांकि, बाद में एक विशिष्ट आईपीए पेटेंट पर ध्यान केंद्रित करने के लिए मामले पर माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft Company News) की दलील थी कि, उसने पेटेंट का उल्लंघन नहीं किया है। बल्कि जिस पेटेंट की बात की जा रही है, वह अमान्य था। आईपीए ने इसी तरह के मामले में गूगल और अमेजन पर भी मुकदमा दर्ज करवाया था, जिसमें से गूगल के खिलाफ मुकदमा अभी जारी है, जबकि अमेजन के खिलाफ हार हुई है। ऐसे मामलों में कई कंपनियों को अमेरिका व अन्य देशों में अदालती कार्रवाई का सामना करना पड़ रहा है।