दीपावली के अगले दिन लगे सूर्य ग्रहण के बाद अब 8 नवंबर को साल का आखिरी चंद्रग्रहण लगने जा रहा है। देश के पूर्वी क्षेत्रों में चंद्रग्रहण का नजारा दिखेगा, जबकि अन्य जगहों पर आंशिक रूप ही दिखेगा। यह चंद्रग्रहण देश में सबसे पहले शाम 4 बजकर 23 मिनट पर पूर्वी भारत के राज्य अरुणाचल प्रदेश के ईटानगर में दिखेगा। हालांकि ज्योतिषियों का कहना है कि ग्रहण की शुरूआत दोपहर 2 बज कर 38 मिनट पर ही हो जाएगी। चंद्रग्रहण का सूतक 9 घंटे पहले ही शुरू हो जाएगा। चंद्रोदय के साथ ही अरुणचाल प्रदेश, पश्चिम बंगाल, बिहार, उड़ीसा, छत्तीसगढ़ आदि सभी पूर्वी राज्यों में चंद्रग्रहण नजर आएगा, जबकि दूसरे क्षेत्रों में आंशिक चंद्रग्रहण दिखेगा। शाम 6 बज कर 19 मिनट पर चंद्र ग्रहण खत्म होगा और इसका सूतक भी खत्म हो जाएगा। इसके बाद मांघ चंद्रग्रहण होगा, जो 7 बजकर 26 मिनट तक रहेगा। हालांकि मांघ चंद्र्रग्रहण की धार्मिक मान्यता नहीं है।
एक माह में दो-दो ग्रहण
25 अक्टूबर को हुआ सूर्य ग्रहण भी कार्तिक माह में ही था, जबकि चंदग्रहण भी कार्तिक माह में ही पड़ रहा है। सूर्यग्रहण अमावस्या पर था और चंद्रग्रहण अब पूर्णिमा के दिन है। ज्योतिष विद्या केे अनुसार एक माह में जब दो-दो ग्रहण हों तो यह प्राकृतिक आपदाओं के योग बनते हैं।
अगले साल 2 चंद्र ग्रहण
यह साल का आखिरी चंद्रग्रहण होने वाला है। अगले साल अब 5 मई को मांघ चंद्रग्रहण होगा जबकि 28 अक्टूबर को आंशिक चंदग्रहण होगा। ये दोनों ग्रहण अगले साल भारत में दिखेंगे। मांघ चंद्रग्रहण में सूतक नहीं लगता।
पूर्ण चंद्रग्रहण
जब चांद और सूर्य के बीच पृथ्वी आ जाती है तो तीनों ग्रहण एक लाइन में होते हैं और तब पृथ्वी की छाया चंद्र पर पडऩे लगती है और चंद्र लाल दिखने लगता है। यह पूर्ण चंद्र ग्रहण होता है।
मांघ चंद्र ग्रहण
इस ग्रहण का धार्मिक महत्व नहीं होता। इस ग्रहण में सूर्य और चंद्र के बीच पृथ्वी आती है, लेकिन तीनों ग्रहण सीधी रेखा में नहीं होते और पृथ्वी की हलकी सी छाया चंद्र पर पड़ती है, जो चंद्र पर धूल की तरह दिखती है।
आंशिक चंद्र ग्रहण
जब सूर्य और चंद्र के बीच पृथ्वी आती है, लेकिन तीनों एक लाइन में नहीं होते, तब चंद्र के कुछ हिस्से पर ही पृथ्वी की छाया पड़ती है और इसे आंशिक चंद्र ग्रहण कहते हैं।