भूना/कुलदीप। ढाणी सांचला के डेरा में मिली तेंदुए की खोपड़ी-खाल, टीम ने कमरा सील किया .. एक तरफ जहां देश में चीते की वापसी को लेकर उत्साह है तो वही फतेहाबाद के गांव ढाणी सांचला के एक डेरा में एक तेंदुए की खोपड़ी और खाल मिली है। खोपड़ी खाल को जांच हेतु देहरादून लैब में भेजा जाएगा। वन्य जीव विभाग के निरीक्षक जयविंद्र नेहरा के नेतृत्व में टीम ने आज डेरे पर सर्च अभियान चलाया था और कमरे को सील कर दिया है। टीम में निरीक्षक दलजीत सिंह और भूना थाना प्रभारी कुलदीप सिंह भी शामिल रहे।
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हालांकि पहले आशंका जताई जा रही थी कि यह नकली हो सकती है, इसको लेकर भी जांच की जाएगी। आपको बता दें कि यह वही डेरा है जो पिछले डेढ़ महीने से काफी चर्चा में है। डेरा के संचालक पर तांत्रिक को बुलाकर क्रिया करने के आरोप लगे और उसके बाद फिर काफी बड़ा घटनाक्रम हुआ। जिसमें कई मामले दर्ज हुए, पंचायतें हुई और अब इस डेरे से एक और नया विवाद जुड़ता दिख रहा है।
इंस्पेक्टर जयविन्दर नेहरा ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि इस डेरे में एक तोता है जिसके निरीक्षण के लिए सिरसा उपविभाग से ही में आई थी और बाद में यहां कर पता चला कि यहां पर सीपियां भी है और एक तेंदुए की खोपड़ी व खाल भी पड़ी है जिसके सूचना मिलने पर वे अपनी टीम के साथ यहां पहुंचे और प्रथम दृष्टया यह अवैध तरीके से यहां पर तेंदुए की खाल और जिंदा तोता, सिप्पियां रखने का मामला सामने आया है तेंदुए की खाल- खोपड़ी को लैब में देहरादून भेजा गया है जहां इसकी जांच होगी और जांच के बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी।
7 वर्ष तक हो सकती है सजा
उन्होंने बताया कि सैंपल रिपोर्ट आने के बाद वन्य जीव विभाग इस केस में आगामी कार्रवाई करेगा और ऐसे मामले में 7 वर्ष की कैद तक की सजा हो सकती है। उन्होंने अनभिज्ञता जाहिर की कि अब तक यह केस क्यों नहीं पकड़ा गया।