Canada has placed a reward of Rs 30 lakh on a fugitive of Indian origin, know what crime he committed.

Canada news : कनाडा ने भारतीय मूल के भगोड़ा पर रखा 30 लाख का ईनाम, क्या किया अपराध आए जानें

Canada news : कनाडा ने 25 अपराधियों की मोस्ट वांटेड लिस्ट में भारतीय मूल के एक भगोड़ा का नाम भी शामिल किया है। धरम सिंह धालीवाल के द्वारा 21 वर्षीय पवनप्रीत की हत्या के मसले में उन्हें कनाडा द्वारा भगोड़ा साबित करते हुए 25 अपराधियों की लिस्ट में रखा है। कनाडा सरकार ने धालीवाल की अरेस्ट के लिए कोई भी जानकारी देने वाले व्यक्ति को 30 लाख रूपये तक का इनाम मिलेगा।

 

 

 

कौन है भगोड़ा धर्म सिंह धालीवाल

धालीवाल सिंह को कनाडा (Canada news) के ( मिसीसॉगा ओंटारियों )का निवासी बताया जाता है। उसे कनाडाई पुलिस ने एक ’’ सशस्त्र और खतरनाक ’’ अपराधी घोषित किया है। पुलिस के मुताबिक, धरम सिंह के ग्रेटर टोरंटो एरिया, विन्निपेग/लोअर मेनलैंड और भारत में कनेक्शन हैं। पील क्षेत्रीय पुलिस फर्स्ट-डिग्री हत्या के लिए धरम सिंह धालीवाल को अरेस्ट करना चाहती है। धरम धालीवाल को बॉलो (Bolo) प्रोग्राम पर रखा गया है। यह गंभीर अपराधों के लिए आंतक व्यक्तियों के लिए है। इस प्रोग्राम के तहत (Canada news) कनाडा के मोस्ट वांटेड संदिग्धों की खोज में नागरिकों को शामिल करने के लिए सोशल मीडिया और टेक्नोलॉजी का प्रयोग किया जाता है।

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धालीवाल ने पवनप्रीत कौर की हत्या क्यों की ?

एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 21 वर्षीय पवनप्रीत कौर की दिसंबर 2022 में बै्रम्पटन में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी हत्या से कुछ महीनों पहले, धालीवाल पर कौर के खिलाफ घरेलू-संबंधित अपराधों का आरोप लगाया गया था। धालीवाल ने पुलिस से बचने के लिए कौर की हत्या से पहले आत्महत्या की साजिश भी रची थी। पुलिस बयान में कहा गया है कि, ’’ धालीवाल जानबूझकर सितंबर 2022 में लापता हो गया, लेकिन जांच से पता चला है कि, यह पवनप्रीत कौर की हत्या की प्लानिंग का हिस्सा था। ’’

 

 

 

धालीवाल परिवार के सदस्यों की हो चुकी है गिरफ्तारी

धालीवाल के परिवार के दो सदस्यों, प्रीतपाल धालीवाल और अमरजीत धालीवाल को 18 अप्रैल, 2023 को मॉन्कटन, न्यू ब्रंसविक में अरेस्ट किया गया और उन पर हत्या में शामिल होने का आरोप लगाया गया। पुलिस ने बताय कि, ’’ जांचकर्ताओं ने इस बात पर जोर दिया है कि, अरेस्टींग से बचने में धालीवाल की मदद करने वाले किसी भी व्यक्ति को समान आरोपों का सामना करना पड़ेगा। ’’

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