तो उसी दिन पकड़े जाते मूसेवाला के कातिल
नई दिल्ली। सिद्धू मूसे वाला हत्याकांड में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एक बड़ा खुलासा करते हुए पंजाब पुलिस की कमी भी उजागर की। पुलिस के अनुसार बोलेरो मॉड्यूल के चार शूटर प्रियव्रत फौजी, अंकित सेरसा, दीपक मुंडी और कशिश हत्या स्थल से करीब 10 किलोमीटर दूर ही एक खेत में छुपे थे। पंजाब पुलिस की पीसीआर यहां रुकी हुई बोलेरो के पास से निकल गई और हत्यारे वहां से भागने में कामयाब रहे।
यदि पंजाब पुलिस ने उस समय तत्परता दिखाई होती तो उसी दिन शूटर्स वहां पकड़े जाते, लेकिन शूटर्स इसके बाद हरियाणा इंटर हुए फतेहाबाद रुके, फिर आगे एनसीआर क्षेत्र होते हुए गुजरात जा पहुंचे। यह जानकारी दिल्ली पुलिस ने पंजाब पुलिस से शेयर की है। दिल्ली पुलिस के मुताबिक चारों शूटर हरियाणा की तरफ फरार हुए थे। इस दौरान वे रास्ता भटक गए और गांव ख्याला के आसपास उनकी बोलेरो फस गई। वह बोलेरो को वहीं छोड़ बगल के खेत में छुप गए। पीछे से एक पीसीआर उनके गाड़ी के पास से निकली।
यहीं से उन्होंने सिगनल ऐप से कनाडा में गैंगस्टर गोल्डी को सूचना दी और बाद में सचिन भिवानी के साथ यहां से फरार हो गए और जिस फोन से बात हुई उसे वहीं पर तोड़ कर नष्ट कर दिया। बाद में पुलिस ने प्रियवत फौजी द्वारा पेड़ के पाछ छिपाई 9 एमएम की पिस्तौल व कारतूस बरामद किए थे, जिन्हें पॉलिथीन में पैक कर यहां दबा दिया गया था।