फतेहाबाद। टोहाना में बने फर्जी पासपोर्टों का मामला एक बार फिर सुर्खियों में आ रहा है। अब विदेश में रह रहे एक नशा तस्कर राजेश उर्फ सोनू खत्री का नाम सामने आ रहा है, जिसने टोहाना से ही वर्ष 2019 में फर्जी पासपोर्ट बनवाया और उसके आधार पर वह विदेश चला गया। बताया गया है कि अब वह विदेश से नशे का कारोबार बड़े स्तर पर चला रहा है। सोनू खत्री के टोहाना से पासपोर्ट बनवाने की बात तब सामने आई, जब पंजाब पुलिस ने नवां शहर में दो लोगों को 190 करोड़ रुपये की 38 किलोग्राम हेरोइन सहित दबोचा। दोनों ने कबूल किया कि वे यह हेरोइन गुजरात से ट्रक के टूल बॉक्स में छिपाकर राजस्थान होते हुए पंजाब लाए थे। यहां से आगे सप्लाई होनी थी। पंजाब पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार उन्होंने बताया कि यह हेरोइन राजेश कुमार उर्फ सोनू खत्री के कहने पर लाई गई थी। पुलिस ने जांच पड़ताल की तो पता चला कि सोनू खत्री ने वर्ष 2019 में फतेहाबाद के टोहाना से फर्जी पासपोर्ट तैयार करवाया और विजा लेकर अरमीनिया चला गया, वहां से आगे वह ब्राजील चला गया। पुलिस के अनुसार वह पहले गैंगस्टर था और बाद में नशे के कारोबार में संलिप्त हो गया। आपको बता दें कि टोहाना में काफी संख्या में फर्जी पासपोर्ट केे मामले सामने आए थे। पुलिस ने 2018 से 2021 के दौरान बने 70 पासपोर्टों की दोबारा वेरीफिकेशन की तो 57 पासपोर्ट फर्जी मिले। सोनीपत पुलिस ने जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े युवक को पकड़ा तो पता चला कि उसका पासपोर्ट भी टोहाना से ही फर्जी तरीके से बना था। थाईलैंड में पकड़े गए विरेंद्र उर्फ काला राणा तथा गैंगस्टर रणजीत चीता का पासपोर्ट भी टोहाना से बना था। इस मामले में कई पुलिस कर्मचारियों पर गाज गिरी थी।