फतेहाबाद। दीपावली के त्यौहार पर भूना में एक दुखद हादसा हो गया। भूना के कुलां रोड पर कंबोज कॉलोनी में पोटाश में धमाका होने से एक बालक बुरी तरह जल गया और घर की रसोई भी तहस नहस हो गई। बालक को गंभीर हालत में हिसार के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पोटाश और गंधक कूटने से लगातार ऐसे बड़े हादसे सामने आ रहे हैं। सरकार और प्रशासन इस ओर लगाम नहीं लगा रहा तो वहीं अभिभावक भी अपने बच्चों को इनसे दूर रहने के लिए प्रेरित नहीं कर रहे। जिसका खामियाजा ऐसे दुखद हादसों से उठाना पड़ रहा है।
जानकारी के अनुसार कंबोज कॉलोनी के रहने वाले सुलतान सिंह का 15 वर्षीय बेटा पुनीत दीपावली पर पटाखे फोडऩे के लिए पोटाश और गंधक का बारूद पाऊडर घर ले आया और देर रात रसोई में बैठकर उसे बोतल में भरने का प्रयास कर रहा था। जानकारी सामने आ रही है कि उसने गर्म पेचकस लेकर बोतल में सुराख करना चाहा तो अचानक धमाका हो गया। जिससे वह बुरी तरह झुलस गया। बताया जा रहा है उसका ज्यादातर चेहरा जल गया है। उसे तुरंत हिसार के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस को अभी तक इस मामले की सूचना नहीं दी गई है। हमारी आप सभी से अपील रहेगी कि ऐसे पोटाश जुगाड़ से दूर रहें। अपने बच्चों को भी इससे दूर रखें।
क्या होती है पोटाश
पोटाश और गंधक कैमिकल होते हैं, जिन्हें मिक्स करके विस्फोटक पदार्थ तैयार किया जाता है। बाद में इन्हें लोहे की रॉड आदि से बनाए गए जुगाड़ में भरकर बजाया जाता है। इसका धमाका काफी तेज होता है। अकसर किसान अपने खेतों में आवारा पशु भगाने के लिए इसका प्रयोग करते हैं, लेकिन पिछले काफी वर्षों से लोग दीपावली पर इसे प्रयोग करते आ रहे हैं। पोटाश और गंधक मसाला मार्केट में खुले तौर पर बिक रहा है, जो नहीं बिकना चाहिए। बहुत बार इससे हादसे हुए हैं। हाल ही में रेवाड़ी जिले में दो लगातार हादसे हुए हैं, जिनमें एक युवक की मौत हो गई, जबकि दूसरा गंभीर हालत में भर्ती है।
पटाखा बम पर कोई बर्तन आदि रखकर न बजाएं
अकसर देखने में आता है कि लोग बुलेट या अन्य पटाखा बम पर किसी प्रकार का बर्तन, बोतल, तसला या अन्य सामान रखकर बजा देते हैं। जिससे वस्तु ऊपर उछल जाती है। इससे भी कई हादसे हो चुके हैं। चार-पांच दिन पहले फतेहाबाद के साथ लगते हिसार जिले के गांव कालीरावण में एक बालक की जान तब चली गई, जबकि उसने बम के ऊपर स्टील का गिलास रख दिया। गिलास फटने से उसका टुकड़ा बालक के गले पर जा लगा और उसकी जान चली गई। इससे पहले दिल्ली, राजस्थान, यूपी में भी इसी प्रकार गिलास फटने से गला कटने के हादसे हो चुके हैं। अत: इस प्रकार से आतिशबाजी और पटाखे न बजाएं, जिससे न केवल आपकी बल्कि दूसरों की जान जोखिम में पड़े।