UPSC Success story : हेड कांस्टेबल का बेटा बना IPS अफसर, पहले ही कोशिश में हासिल की सफलता

UPSC Success story :  मंगलवार को यूपीएससी आईएएस और यूपीएससी आईपीएस का रिजल्ट डिक्लेयर होने के बाद कई मिडल क्लास के परिवारों में खुशी लहर छा गई। इसी बीच रिजल्ट के साथ कई बच्चों के सुनहरे दिनों की कहानी की पटकथा लिखी गई। इन कहानियों में से एक कहानी हेड कांस्टेबल के बेटे विशाल दुबे ने यूपीएससी रैगिंग में 296 वां रैंक हासिल किया! जिससे पिता को खबर सुनते ही खुशी का ठिकाने ही नी रहा।

हेड कांस्टेबल संजय ने बताया कि दोपहर बेटे विशाल ने यूपीएससी की परीक्षा में सफल (UPSC Success story ) होने की फोन पर सूचना दी। उसने बताया कि 296 रैंक मिलने पर आइपीएस में चयन हुआ है। बेटे का आइपीएस में चयन होने से खुश संजय ने साथी कर्मचारियों और एसीपी अजय त्रिवेदी को सूचना दी। इस पर सभी ने उन्हें बधाई दी। साथी कर्मचारियों ने खुशी में एक – दूसरे का मुंह मीठा कराया।

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पिता हेड कांस्टेबल पद पर कहां ड्यूटी करतें हैं ?

फर्रुखाबाद के नीम करोरी निवासी संजय दुबे, बिल्हौर के एसीपी कार्यालय में हेड कांस्टेबल के पद पर तैनात हैं। वह मार्च माह में ही फिरोजाबाद से स्थानांतरित होकर बिल्हौर आए हैं।

एसीपी कार्यालय में तैनात हेड कांस्टेबल के बेटे का यूपीएससी की परीक्षा में पहले प्रयास में ही 296 रैंक हासिल कर आइपीएस में चयन हुआ है। बेटे का पुलिस अधिकारी के पद पर चयन होने पर हेड कांस्टेबल को साथी कर्मचारियों और अधिकारियों ने बधाई दी।

 

विशाल दुबे और उसके परिवार के बारे में कुछ सूचना

बेटा विशाल का नाम यूपीएससी रैंक में आने के बाद मीडिया रिपोर्ट में संजय ने बताया कि परिवार में पत्नी रेनू दुबे ग्रहणी है। बड़े बेटे विशाल दुबे का आइपीएस में चयन हुआ है। वहीं छोटी बेटी वैष्णवी फर्रुखाबाद के दयाल कालेज से फाइन आर्ट का डिप्लोमा कर रही है।

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उन्होंने बताया कि, विशाल की प्राथमिक शिक्षा फिरोजाबाद से हुई है। कक्षा छह से इंटरमीडिएट तक की पढ़ाई उसने राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल बेंगलुरु से की है। इसके बाद स्नातक की पढ़ाई सेंट जोंस कालेज आगरा से पालिटिकल साइंस विषय से की है।

वर्ष 2022 में स्नातक करने के बाद बेटा सिविल सर्विसेज की तैयारी के लिए दिल्ली चला गया और वहां बिना कोई कोचिंग स्वयं पढ़ाई कर पहले ही प्रयास में सफलता (UPSC Success story ) हासिल की है। इस समय बेटे की परास्नातक की पढ़ाई के साथ रैंक और बेहतर करने की तैयारी चल रही है। बेटे का आईएएस बनने का सपना है।

उन्होंने बताया कि बेटे का आइपीएस में चयन होने की सूचना पर एसीपी ने उन्हें परिवार के साथ खुशी मनाने के लिए घर जाने की दो दिन की छुट्टी दी है। इस बीच विशाल ने भी अपनी सफलता (UPSC Success story ) का श्रेय माता-पिता और गुरुजनों को दिया है।

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