National Highway update

Bharatmala project will have expressways and highways in 550 districts, an expenditure of Rs 5 lakh crore.

Bharatmala Pariyojana News : भारतमाला परियोजना में 550 जिलों में होंगे एक्सप्रेसवे-हाईवे, 5 लाख करोड़ का खर्च

Bharatmala Pariyojana News : भारतमाला परियोजना के तहत रोड इंफ्रा स्ट्रक्चर पर तेजी से काम चल रहा है। बता दें कि, परियोजना के तहत हाईवे के अलावा अब नए-नए एक्सप्रेसवे बनाए जा रहे हैं। 2017 में केंद्र सरकार द्वारा भारतमाला परियोजना आरंभ की गई थी। परियोजना के तहत देश में बेहतर रोड जुड़ाव के लिए हाईवे और इकोनॉमिक कॉरिडोर बनाने का टार्गेट रखा गया। यह देशभर में एक मजबूत हाई-स्पीड रोड नेटवर्क तैयार की योजना है।

5 लाख करोड़ से ज्यादा के बजट वाली इस परियोजना का पूरा सफर करने का दायित्व नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया, राष्ट्रीय राजमार्ग एव औद्योगिक विकास निगम और राज्यों के लोक निर्माण विभाग को सौंपा गया है। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे, दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे समेत देशभर में हाई टेक हाईवे और एक्सप्रेसवे का निर्माण हो रहा है। यह सभी निर्माण कार्य भारतमाला परियोजना के तहत हो रहे है।

 

 

 

भारत माला परियोजना

भारतमाला परियोजना (Bharatmala Pariyojana News) के तहत हाईवे और एक्सप्रेसवे पर इकोनॉमिक कॉरिडोर, इंटर कॉरिडोर और फीडर रुट्स के माध्यम से सड़क के बुनियादी ढांचे को मजबूत करना है। इस परियोजना के तहत अंतर्राष्ट्रीय जुड़ाव के लिए देश की सीमाओं तक सड़क निर्माण कार्य किया जाएगा और साथ ही हाईवे को समुद्रीय तट और बंदरगाह से जोड़ा जाएगा, साथ ही ग्रीन-फील्ड एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जाएगा।

 

 

 

परियोजना के तहत 550 जिलों में बनेंगे हाईवे

देशभर में हाईवे नेटवर्क के 50 कॉरिडोर विकसित करने का मकसद से राष्ट्रीय हाईवे के जरिए माल ढुलाई को 70 से 80 फीसदी तक बढ़ाना है। भारत माला परियोजना का मुख्य उद्देश्य देश के 550 जिलों को कम से कम 4 लेन हाईवे के साथ जोड़ना है। 

भारत माला परियोजना (Bharatmala Pariyojana News) के तहत गुजरात, राजस्थान, दिल्ली, महाराष्ट्र, पंजाब, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर और मिजोरम तक सड़कों का निर्माण कार्य चल रहा है।

 

 

 

एक्सप्रेसवे का निर्माण और लंबाई एवं खर्च

भारत माला परियोजना के तहत दिल्ली-वडोदरा एक्सप्रेसवे, वडोदरा-मुंबई एक्सप्रेसवे, दिल्ली-फरीदाबाद-सोहना एक्सप्रेसवे, अहमदाबाद-धोलेरा एक्सप्रेसवे, दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे,
बेंगलुरु-चेन्नई एक्सप्रेसवे, कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेसवे, अंबाला-कोटपुतली कॉरिडोर, चेन्नई-सलेम कॉरिडोर, अमृतसर-भटिंडा-जामनगर कॉरिडोर समेत कई हाईवे व एक्सप्रेसवे का निर्माण चल रहा है।

परियोजना (Bharatmala Pariyojana News) के तहत करीब 65 हजार किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण 2 चरणों में किया जाएगा। पहले चरण में कुल 34 हजार 800 किलोमीटर सड़कों का विकास किया जा रहा है। हाउसिंग डॉटकॉम की रिपोर्ट के मुताबिक, भारतमाला परियोजना के पहले चरण पर 5.35 लाख करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान लगाया गया था, पर अब यह राशि बढ़कर करीब 8.5 लाख करोड़ रुपये हो गई है।

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Highway connecting Haryana-Punjab-UP and Delhi, farmers of these villages will become rich.

National Highway update : हरियाणा-पंजाब-यूपी और दिल्ली को जोड़ने वाला हाइवे, इन गांवों के किसान हो जाएंगे मालामाल

National Highway update : हरियाणा के कई शहरों में राष्ट्रीय राजमार्गों का जाल बिछ रहा है। ऐसे में इन शहरों के गांव और किसानों की कई एकड़ जमीन ले जाएगी, जिससे ग्रामीण किसान आर्थिक रूप से मालामाल हो जाएंगे।

दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे (National Highway update) एक स्वीकृत 670 किमी (420 मील) लंबा, 4-लेन (8 लेन तक विस्तार योग्य) चौड़ा नियंत्रित-पहुँच एक्सप्रेसवे है, जो दिल्ली के पास बहादुरगढ़ सीमा को हरियाणा और पंजाब के माध्यम से जम्मू और कश्मीर में कटरा से जोड़ेगा। इसमें एक स्पर खंड होगा, जो नकोदर को राजा सांसी, अमृतसर में स्थित श्री गुरु राम दास जी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से जोड़ेगा।

397.7 किमी (247.1 मील) लंबा दिल्ली-नकोदर-कटरा खंड राष्ट्रीय एक्सप्रेसवे 5 (एनई-5) है और 99 किमी (62 मील) लंबा अमृतसर-नकोदर खंड राष्ट्रीय एक्सप्रेसवे 5ए (एनई-5ए) है। एक बार पूरा होने पर, यह वर्तमान दिल्ली-कटरा दूरी 727 किमी (452 मील) से कम होकर 588 किमी (365 मील) हो जाएगी और समय यात्रा 14 घंटे से घटकर 6 घंटे हो जाएगी और दिल्ली-अमृतसर की दूरी 405 किमी (252 मील) हो जाएगी। मील और समय से यात्रा 8 घंटे से घटकर केवल 4 घंटे रह जाएगी।

 

 

परिवहन योजना में कितनी लागत लगने की उम्मीद है?

इसमें एक ट्रॉमा सेंटर, एम्बुलेंस, फायर ब्रिगेड, ट्रैफिक पुलिस, बस बे, ट्रक स्टॉप, जलपान के साथ इंटरचेंज और मनोरंजक सुविधाएं होंगी। भारतमाला परियोजना के एक भाग के रूप में निर्मित होने पर, इसकी लागत 40,000 करोड़ रुपये होने की उम्मीद है। विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) नवंबर 2019 में पूरी हुई और भूमि अधिग्रहण जनवरी 2020 से शुरू हुआ।

एम/एस फीडबैक इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड को संरेखण अध्ययन करने के लिए डीपीआर सलाहकार के रूप में नियुक्त किया गया था, जिसने सितंबर 2019 में दिल्ली-नकोदर-गुरदासपुर खंड की अंतिम सबसे छोटी प्रस्तावित संरेखण रिपोर्ट प्रस्तुत की, जून 2020 में नकोदर-अमृतसर खंड, और जम्मू खंड में सर्वेक्षण अभी प्रगति पर है। यह लुधियाना-दिल्ली-कोलकाता (National Highway update) औद्योगिक गलियारे का हिस्सा है। भारत में 11 राष्ट्रीय औद्योगिक गलियारे और कई राज्य स्तरीय औद्योगिक गलियारे हैं।

 

 

जानें कौन-कौन से हैं भारत के 11 राष्ट्रीय औद्योगिक गलियारे

एनडीए सरकार के सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने भारतमाला परियोजना (National Highway update) के तहत देश में 10 एक्सप्रेसवे बनाने की योजना बनाई है, जिनमें से एक राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली को खरखौदा, जींद, संगरूर, मलेरकोटला, लुधियाना, जालंधर, गुरदासपुर के रास्ते कटरा और अमृतसर से जोड़ेगा।

बता दें की, यह ग्रीनफील्ड और ब्राउनफील्ड एक्सप्रेसवे का एक संयोजन है जो हरियाणा, पंजाब और जम्मू और कश्मीर से होकर गुजरता है। यह झज्जर जिले के निलोठी गांव के पास कुंडली मानेसर पलवल (केएमपी) एक्सप्रेसवे से शुरू होता है। इससे ग्रैंड ट्रंक रोड का कार्यभार कम हो जाएगा।

 

 

केंद्र और राज्य सरकारें डेरा बाबा नानक और करतारपुर कॉरिडोर को इस एक्सप्रेसवे परियोजना (National Highway update) से जोड़ने पर भी सहमत हुईं। इस एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए पंजाब की लगभग 14,000 एकड़ और हरियाणा की 5,000 एकड़ भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा। जबकि, नकोदर के पास ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे दो हिस्सों में बंट गया है।

अमृतसर की ओर एक ग्रीनफील्ड खंड सुल्तानपुर लोधी, गोइंदवाल साहिब, खडूर साहिब, तरनतारन से होकर गुजरेगा और श्री गुरु राम दास जी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास समाप्त होगा। दूसरा खंड कठुआ और जम्मू को दरकिनार करते हुए सीधे कटरा तक जाता है और इसमें ग्रीनफील्ड और ब्राउनफील्ड दोनों हिस्से शामिल हैं।

 

 

डबवाली से लेकर पानीपत तक हाईवे

उधर डबवाली से लेकर पानीपत तक करीब 300 कि.मी. दूरी का फोरलेन सड़क बनाने की तैयारी में सरकार है। डबवाली से पानीपत तक एक्सप्रेस-वे (National Highway update) बनेगा।

 

 

यहांं से गुजेरगा ये हाईवे ?

1. डबवाली
2. कालावाली
3. रोडी
4. सरदुलगढ़
5. हांसपुर
6. रतिया
7. भूना
8. सनियाणा
9. उकलाना
10. लीतानी
11. उचाना
12. नगुरां
13. असंध
14. सफीदो से पानीपत तक बनाई जाना प्रस्तावित है।

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