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American company Microsoft got a big blow, American court imposed a fine of 240 million dollars

 Microsoft Company News : अमेरिका की कंपनी माइक्रोसॉफ्ट को लगा बड़ा झटका, अमेरिकी अदालत ने 24 करोड़ डॉलर का ठोका जुर्माना

Microsoft Company News : दुनिया के बहुराष्ट्रीय कंपनियों में से एक सेल कंपनी को बड़ा झटका लगा है। अमेरिका की पॉपुलर कंपनी माइक्रोसॉफ्ट को बड़ा झटका लगा है। अमेरिका की एक अदालत ने माइक्रोसॉफ्ट पर 24 करोड़ डॉलर का जुर्माना ठोंक दिया है। इसी दौरान अमेरिका में माइक्रोसॉफ्ट के प्रवक्ता ने दावा किया है कि, माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft Company News) ने कोई गड़बड़ी नहीं की है। प्रवक्ता का कहना है कि हम अमेरिका की डेलावेयर कोर्ट के फैसले के खिलाफ अपील दायर करेंगे।

माइक्रोसॉफ्ट पर आईपीए की तकनीक चोरी का आरोप है

एक पुराने मामले को लेकर अमेरिका में स्थित डेलावेयर की एक अदालत ने वर्चुअल असिस्टेंट कोर्टाना के उपयोग पर माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft Company News) को पेटेंट मालिक आईपीए टेक्नोलॉजी को 24 करोड़ डॉलर चुकाने का आदेश जारी किया है। कोर्ट ने माना है कि, माइक्रोसॉफ्ट ने आईपीए की तकनीक चुराकर उसके पेटेंट अधिकार का उल्लंघन किया है।

दरअसल, कोर्टाना एक वर्चुअल वॉइस असिस्टेंट है, जिसे माइक्रोसॉफ्ट ने 2014 में पेश किया था। आवाज को पहचानने की जिस तकनीक पर कोर्टाना चलता है, उसे लेकर आईपीए का दावा है कि इसका पेटेंट उसके पास है, जो उसने 2010 में सिरी इंक से खरीदा है। सिरी को बाद में एपल ने खरीद लिया था और इसी नाम से अपना आवाज आधारित वर्चुअल असिस्टेंट सिरी पेश किया था।

 

माइक्रोसॉफ्ट प्रवक्ता ने आरोपों पर दी सफाई

अमेरिका में माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft Company News) के एक प्रवक्ता ने इस मामले के आरोपों पर सफाई देते हुए कहा कि, माइक्रोसॉफ्ट ने आईपीए के पेटेंट का उल्लंघन नहीं किया है। आईपीए ने 2018 में माइक्रोसॉफ्ट के खिलाफ मुकदमा दायर किया था। माइक्रोसॉफ्ट पर व्यक्तिगत डिजिटल सहायकों और आवाज-आधारित डाटा नेविगेशन से संबंधित पेटेंट के उल्लंघन का आरोप लगाया था। लेकिन इस फैसले के खिलाफ अपील की जाएगी। 

हालांकि, बाद में एक विशिष्ट आईपीए पेटेंट पर ध्यान केंद्रित करने के लिए मामले पर माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft Company News) की दलील थी कि, उसने पेटेंट का उल्लंघन नहीं किया है। बल्कि जिस पेटेंट की बात की जा रही है, वह अमान्य था। आईपीए ने इसी तरह के मामले में गूगल और अमेजन पर भी मुकदमा दर्ज करवाया था, जिसमें से गूगल के खिलाफ मुकदमा अभी जारी है, जबकि अमेजन के खिलाफ हार हुई है। ऐसे मामलों में कई कंपनियों को अमेरिका व अन्य देशों में अदालती कार्रवाई का सामना करना पड़ रहा है। 

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After Russia made big allegations, America said that there is no question of interfering in Indian elections.

USA News : रुस द्वारा बड़ा आरोप लगाने के बाद अमेरिका ने कहा कि भारत के चुनाव में दखल देना का सवाल ही नी

USA News : रूस ने बड़ा आरोप लगाया था कि, अमेरिका भारत के चुनावाें में दखल देना की कोशिस कर रहा है। कहा था की अमेरिका की यह कोशिस एक बड़ी साजिश का हिस्सा है। अब रूस के आरोप पर भी अमेरिका ने बड़ा बयान देते हुए स्पष्ट कहा है कि, भारत के चुनाव में अमेरिका के दखल का सवाल ही नहीं उठता है। 

 

अमेरिका ने रुस के आरोपों को किया खारिज

भारत में हो रहे आम चुनावों पर अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने रुस के आरोपों को खारिज करते हुए कहा, हम न तो भारत, न दुनिया में कहीं भी चुनावी दखल करते हैं। भारत की जनता वहां के चुनाव का फैसला करेगी, हम नहीं। कुछ दिन पहलेे रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जखारोवा ने मॉस्को में कहा था कि, भारत के घरेलू मामलों और मौजूदा चुनावों में अमेरिका दखल दे रहा है।

इसी दौरान भारत में खालिस्तानी अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या-योजना को लेकर भारतीय सरकारी कर्मचारी पर लगे आरोप पर जखारोवा ने कहा था कि, अमेरिका में नई दिल्ली के विरुद्ध निराधार आरोप लगाता रहता है। जबकि, इस पर मिलर उत्तर देने से बचते नजर आए।

 

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The creator of the world's first corona vaccine was strangled to death, the killer revealed the secrets of the murder to the police

International Crime News : दुनिया की पहली कोरोना वैक्सीन बनाने वाले को गला घोंट कर मारा गया, हत्यारे ने पुलिस के सामने हत्या के खोले राज

International Crime News : कोविड-19 से रोकथाम के लिए दुनिया की पहली रजिस्ट्री वेक्टर वैक्सीन स्पुतनिक V तैयार करने वाले वैज्ञानिकों में से एक आंद्रे बोतिकोव वैज्ञानिक भी था। पुलिस की रिर्पोट के मुताबिक, एक 29 वर्षीय युवक बहस के दौरान बोतिकोव का गला घोंट कर भाग गया था। शनिवार यानी 29 अप्रैल को आरोपी को रुसी पुलिस द्वारा अरेस्ट कर लिया गया है।  हत्या की जांच कर रही रूसी जांच प्राधिकरण समिति ने बयान जारी करते हुए कहा है कि हत्या के दोषी पर पहले से ही गंभीर अपराधों का रिकॉर्ड दर्ज है।

 

 

हत्यारा ने बेल्ट से गला घोंटकर की हत्या 

रूसी मीडिया रिपोर्ट (International Crime News) के अनुसार, शनिवार को रूसी कोविड -19 वैक्सीन स्पुतनिक V बनाने में सहायक वैज्ञानिकों में से एक आंद्रे बोतिकोव की राजधानी मॉस्को में उनके अपार्टमेंट में बेल्ट से गला घोंटकर हत्या कर दी गई। रूसी पुलिस ने हत्या के कुछ घंटों के अंतर ही हत्यारा को अरेस्ट कर लिया। रूसी समाचार एजेंसी के मुताबिक, आरोपी ने मॉस्को के खोरोशेवो जिला न्यायालय में अदालत के समक्ष अपना दोष स्वीकार कर लिया है। न्यायालय ने दोषी को 2 मई तक हिरासत में रखने का फैसला सुनाया था, जब से अब तक हिरासत में जांच चल रही है। बता दें कि, 47 वर्षीय आंद्रे बोटिकोव गामालेया नेशनल रिसर्च सेंटर फॉर इकोलॉजी एंड मैथमेटिक्स में सीनियर रिसर्चर के रूप में काम कर रहे थे।

 

 

हत्यारा को 15 साल तक की सजा

मीडिया एजेंसी TASS के (International Crime News) मुताबिक, रूसी कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने कहा कि, एक घरेलू अपराध की तरह वैज्ञानिक आंद्रे की हत्या आपसी झगड़े में बहस के दौरान हुई है। 2 मार्च को मॉस्को नजदीक एक अपार्टमेंट में बहस के दौरान 29 वर्षीय युवक एलेक्सी व्लादिमिरोविच ज़मनोव्स्की (Alexey Vladimirovich Zamanovsky) ने बेल्ट से गला दबाकर बोतिकोव की हत्या कर दी थी। आरोपी पर पहले से ही गंभीर अपराधों के मामले दर्ज हैं। हत्यारा को रूसी आपराधिक संहिता के सेक्सन 105 के तहत 15 साल तक की जेल हो सकती है।

 

 

रुस के राष्ट्रपति पुतिन से मिल चुका है अवॉर्ड

बता दें की, मृतक वैज्ञानिक वायरोलॉजिस्ट आंद्रे बोतिकोव को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 2021 में कोविड वैक्सीन पर काम के लिए (ऑर्डर ऑफ द फादरलैं) अवॉर्ड से सम्मानित किया था। रिपोर्ट के अनुसार, बोतिकोव 2020 में उन 18 वैज्ञानिकों में शामिल थे, जिन्होंने दुनिया का पहली रजिस्ट्री वेक्टर वैक्सीन स्पुतनिक V काे तैयार किया था ।

 

 

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Nepal mentions Indian territories in currency notes

Nepal Currency : नेपाल ने किया करेंसी नोट में भारतीय क्षेत्रों का जिक्र

Nepal Currency : भुवनेश्वर में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पड़ोसी देश नेपाल द्वारा तीन विवादित भारतीय क्षेत्रों को 100 रुपये का नया नेपाली मुद्रा नोट में दर्शाया गया है। नेपाली मुद्रा नोट पेश करने के बाद नेपाल से मामलों को एक अलग तरीके से बात करने के लिए कहा गया है। विदेश मंत्री ने कहा कि नेपाल के इस तरह के कदम से दोनों देशों के बीच कूटनीतिक स्थिति में कोई बदलाव नहीं आएगा। 

 

 

व्हाई भारत मैटर्स

विदेश मंत्री ने ‘व्हाई भारत मैटर्स’ पर प्रतिक्रिया करते हुए कहा कि, ‘‘मैंने वह रिपोर्ट को विस्तार से नहीं देखा है, पर मुझे लगता है कि, हमारी स्थिति बहुत क्लियर है। नेपाल के साथ, हम एक स्थापित मंच के माध्यम से अपनी सीमा मामलों पर चर्चा कर रहे थे और फिर उसके बीच में उन्होंने एकतरफा फैसला लिया है, ”अपनी तरफ से कुछ कदम उठाए हैं, पर अपनी तरफ से कुछ करने से वे हमारे बीच स्थिति या जमीनी हकीकत को नहीं बदलेंगे।”

 

 

तीन विवादित भारतीय क्षेत्रों को नेपाली नोट पर दर्शाने की घोषणा 

बता दें कि शुक्रवार को, एक नए नेपाली 100 रुपये के नोट (Nepal Currency) की छपाई में नेपाल ने लिपुलेख, लिंपियाधुरा और कालापानी के तीन क्षेत्रों को दर्शाने वाले मानचित्र के साथ की घोषणा की है। जबकि, भारत ने पहले ही ‘अस्थिर’ और ‘कृत्रिम विस्तार’ करार दिया था। नेपाल सरकार की प्रवक्ता रेखा शर्मा ने बैठक के दौरान मीडिया को सूचना देते हुए बताया की, ‘‘कैबिनेट ने 25 अप्रैल और 2 मई को हुई कैबिनेट बैठकों के दौरान नेपाली 100 रुपये के बैंक नोट को फिर से डिजाइन करने और बैंक नोट की पृष्ठभूमि पर मुद्रित (Nepal Currency) पुराने मानचित्र को बदलने की मंजूरी दे दी है।’’

 

 

नोट काे लेकर भारत और नेपाल के संबंधों में कब दरार आई

गौरतलब है कि, 8 मई, 2020 को लिपुलेख के तहत से कैलाश मानसरोवर को जोड़ने वाली सड़क के उद्घाटन के बाद भारत और नेपाल के संबंधों दरार बढ़ी। जबकि, नेपाल ने इस कदम पर आपत्ति जताते हुए भारत को एक राजनायिक नोट सौंपा था। हैंडओवर से पहले ही नेपाल ने सड़क निर्माण के भारत के एकतरफा कदम पर आपत्ति जताई थी।

इस पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि, उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले से होकर जाने वाली सड़क पूरी तरह से भारत के क्षेत्र में है। वहीं नेपाल उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बंगाल, बिहार और सिक्किम सहित पांच भारतीय राज्यों के साथ 1,850 किमी से अधिक की सीमा को शेयर करता है।

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Canadian citizens are migrating from Canada, Trudeau government may impose penalty on those leaving the country

Canada Citizen news : कनाडा से पलायन कर रहे हैं कनाडाई नागरिक, देश छोड़ने वालों पर पैनल्टी लगा सकती है ट्रूडो सरकार

Canada Citizen news : कनाडा सरकार को नए नागरिकों को बसाने के लिए संघर्ष कर रहा है। जबकी, कनाडा में रहन-सहन ज्यादा महंगा होने के उसके अपने ही नागरिक अब देश छोड़कर विदेशों में बसने लगे हैं। बढ़ती हुए आवासीय परिसरों के दाम लोगों को दूसरे देशों में जाने के लिए विवश होना पड़ रहा हैं।

हालांकि एक अध्ययन में कहा गया है कि, कनाडा में  2017 और 2019 के बीच प्रवासन पर आए नागरिकों (Canada Citizen news) के द्वारा देश छोड़ने वालों में 31 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है। एक अन्य मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अपने नागरिकों के पलायन को रोकने के लिए जस्टिन ट्रूडो सरकार महत्वपूर्ण उपायों पर चर्चा कर रही है। वहीं अंदरूनी मामलों के कारण देश छोड़कर जाने वाले लोगों पर कनाडा सरकार 25 हजार डॉलर की पैनल्टी लगा सकती है।

 

 

इस कारण कर रहे है पलायन

एक शोध के अनुसार, आवासीय सुविधाओं की कीमतों में भारी ईजाफा होने के कारण कई कनाडाई नागरिक बेहतर काम के लिए विदेशों में जाने के लिए विवश होना पड़ रहा है। मैकगिल इंस्टीट्यूट फॉर द स्टडी ऑफ कनाडा के द्वारा किया गया शोध के मुताबिक, कनाडा में आगमन के 4 से 7 वर्ष के बाद कई कनाडाई नागरिकों (Canada Citizen news) द्वारा देश छोड़ने का फैसला लेने का प्राथमिक कारण रोजगार के अवसर है। नागरिकों को आर्थिक तौर पर मजबूत होने के लिए पर्याप्त अवसर नहीं मिल पा रहे है। यही कारण है कि, उन्होंने दूसरे देशों की ओर रुख करना शुरू कर दिया।  

 

 

कनाडा के पेचीदा नियम भी बने कारण

एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कनाडा सरकार के विदेशी डिग्रियों को मान्यता देने के पेचीदा नियमों के कारण अप्रवासियों को उनके चुने हुए क्षेत्रों में नौकरी तलाशने और अपने नए देश में अपना करियर बनाने में अड़गां पैदा करते हैं। शोध के मुताबिक, जो नागरिक कनाडा छोड़कर चले गए, उनमें से आधों ने अपने कनाडाई परिजनों के माध्यम से अपनी नागरिकता हासिल की थी।

जबकि एक तिहाई का जन्म कनाडा में ही हुआ है। कनाडा में जन्मे नागरिक (Canada Citizen news) विदेश में रहने के लिए कुछ वजहों का हवाला देते हैं, जैसे नौकरी और अध्ययन के अवसरों के साथ-साथ यात्रा भी शामिल है। रिपोर्ट में एक सुझाव के मुताबिक, विदेशों में प्रवासी कनाडाई नागरिकों के साथ जुड़ना सरकार के लिए कम प्राथमिकता रही है।

 

 

अमेरिका, हांगकांग समेत कई देशों में बसे हैं कनाडाई लोग

एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, विदेशों में रहने वाले ज्यादातर कनाडाई संयुक्त राज्य अमेरिका, हांगकांग और यूनाइटेड किंगडम में रहते हैं। कनाडा के एक अलग शोध का अनुमान है कि 2016 में लगभग 4 मिलियन कनाडाई नागरिक विदेश में रह रहे थे, जो आबादी का लगभग 11% यानी 9 में से 1 कनाडाई नागरिक होगा।

एक शोध रिपोर्ट के मुताबिक, विदेश में रहने वाले कनाडाई नागरिकों (Canada Citizen news) की औसत आयु 46.2 है, जो राष्ट्रीय औसत से थोड़ी अधिक है। जबकि, विदेश में रहने वालों का सबसे बड़ा ग्रुप 45 से 54 वर्ष के बीच का है।

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One such mobile number became the enemy of many people's lives, whoever it reached! He died, then had to ban

Killer mobile number : एक ऐसा मोबाइल नंबर कई लोगों की जान का दुश्मन बना, जिस-जिसके पास गया! वो मर गया, फिर करना पड़ा बैन

Killer mobile number : कुछ वर्षों पहले एक फोन नंबर सुर्खियों में आया, जिसको लेकर दावा किया गया कि वो हांटेड यानी भूतिया नंबर है। भूतिया नाम इस कारण से इस्तेमाल किया गया, क्योंकि किसी ने भी उस नंबर का इस्तेमाल किया, तो उसकी मौत हो गई। कई लोगों की मौत के कारण बाद में इस नंबर को बैन कर दिया गया।

 

 

मोबाइल नंबर से कैसे जान जाती थी ?

एक मीडिया वेबसाइट की रिपोर्ट के मुताबिक, सन् 2010 में बलगेरिया में एक मोबीटेल नाम की मोबाइल फोन कंपनी होती थी। ऐसे में इस कंपनी ने एक फोन नंबर (Killer mobile number) जारी किया था। इस फोन नंबर को सबसे पहले कंपनी के सीईओ व्लादिमीर ग्राशनोव अपने मोबाइल चलाते थे। अचानक 48 वर्ष की उम्र में कैंसर के कारण उनकी मौत हो गई। इस दौरान मीडिया सुर्खियों से पता चला कि, उनके किसी व्यवसायिक दुश्मन ने रेडियोएक्टिव पदार्थ खिलाकर उनकी हत्या कर दी।

 

 

3 लोगों की हत्या में शामिल रहा मोबाईल नंबर

सीईओ की मौत के बाद इस नंबर का बलगेरिया के माफिया कोंस्टांटिन दिमित्रोव (Konstantin Dimitrov) ने इस्तेमाल किया। सन् 2003 में जब दिमित्रोव जब अपने अरबों के ड्रग्स व्यापार का कारोबार संभालने नीदरलैंड गया तो, तब किसी ने इस दौरान उसकी हत्या कर दी। दुर्घटना के दौरान वो फोन नंबर उस वक्त उसके पास था, जब वो अपनी मॉडल गर्लफ्रेंड के साथ खाना खा रहा था ! तब किसी ने उसे गोली मारी दी।

दिमित्रोव की हत्या के बाद ये फोन नंबर पहुंचा एक शातिर व्यापारी कोंस्टांटिन डिशलिव (Konstantin Dishliev) के पास। सन् 2005 में बलगेरिया के सोफिया शहर में भारतीय रेस्टोरेंट के बाहर किसी द्वारा उसे गोली मारी गई थी। वो कोकेन की खरीद-फरोख्त का व्यापार किया करता था। उसके बाद ये फोन नंबर (Killer mobile number) किसी के पास अब तक नहीं मिला और पुलिस लगातार केस की छानबीन कर रही है।

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Gold is continuously falling, now it has become so cheap, see how much the prices have fallen.

Gold price : लगातार औंधे मुंह गिर रहा सोना, अब हो गया इतना सस्ता, देखिए कितने लुढ़के दाम

Gold Price : सर्राफा बाजार में सोने-चांदी की दामों में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है। ऊंचाई पर पहुंचने के बाद अब सोने (Gold Price) के दाम गिर रहे हैं। हालांकि मध्यम पूर्व में तनाव कम होने के संकेत और घरेलू फैक्टर्स के चलते सोने के दाम अब गिर रहे हैं। चांदी भी सस्ती हो रही है।

 

 

कितना सस्ता हुआ सोना ?

पिछले हफ्ते से सोना 800 ₹ से ज्यादा सस्ता हो चुका है। शुक्रवार की शाम को एमसीएक्स एक्सचेंज पर सोना का घरेलू वायदा दाम 70,668 ₹ प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ। वहीं पिछले माह 12 अप्रैल को MCX Gold ने 73,958 रुपये प्रति 10 ग्राम के दाम के साथ ऊंचा आंकड़ा बनाया था। इस तरह 1 माह के अंदर ही सोना (Gold Price) अपने आंकड़े के ऊंचे स्तर से 3290 ₹ प्रति 10 ग्राम सस्ता हो गया है। बता दें की, अप्रैल माह में सोने के दाम 68,699 ₹ प्रति 10 ग्राम पर खुले थे। अप्रैल में सोने के दाम अधिकतम 73,958 ₹ प्रति 10 ग्राम तक गए थे।

 

सोना विश्व बाजार में हुआ सस्ता

पिछले एक हफ्ते से ही सोने के दाम तकरीपन 830 ₹ तक घटे हैं। घरेलू बाजार के साथ ही विश्व बाजार में भी सोने (Gold Price) के दाम कम हुए हैं। पिछले हफ्ते से विश्व बाजार में सोना 48 डॉलर प्रति औंस तक घट चुका है। वहीं शुक्रवार की शाम को यह 2301 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुआ था।

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(Gangster Goldy Brar )

Gangster Goldy Brar : एक जैसी दाढ़ी और गैंगस्टर गोल्डी की मौत की अफवाह ! आए जानें अमेरिका में गोलीबारी की असली कहानी

Gangster Goldy Brar : भारत का मोस्ट वॉन्टेड आतंकी गोल्ड़ी बराड़ और पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला का कातिल अभी जिंदा है। बल्कि अमेरिका में हुए जिस गोलीबारी में गोल्डी बराड़ के हत्या किए जाने की खबर आई थी, वो शूटआउट हुआ तो जरूर था, लेकिन उसमें मरने वाला गोल्डी नहीं बल्कि ग्लैडली था। मिलते जुलते नाम और एक जैसी दाढ़ी की वजह से गोल्ड़ी बराड़ की मौत की खबर अफवाह बनकर अमेरिका से भारत तक आ पहुंची थी।

 

 

मिलता जुलता नाम और चेहरे पर एक जैसी दाढ़ी

एक जैसा गोल चेहरा एवं दाढ़ी की स्टाइल भी एक जैसी और तो और नाम भी एक जैसा ही है। एक गोल्डी (Gangster Goldy Brar ) और दूसरा ग्लैडली। जुर्म की काली दुनिया में ‘मिस्टेकेन आइडेंटिटी’ ऐसे अजीबोगरीब मामले दरअसल देखने को मिलते हैं, जब हत्या किसी की होती है और समझ किसी और की ली जाती है। बुधवार को भारत के मोस्ट वॉन्टेड गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के साथ कुछ ऐसा ही हुआ।

 

 

किसने ली गोल्डी के क़त्ल की जिम्मेदारी ?

लॉरेंस बिश्नोई गैंग के मेंबर और पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला के क़त्ल के आरोपी गोल्डी बराड़ (Gangster Goldy Brar ) के अमेरिका में हत्या की जाने की खबर भारत में उड़ी और ऐसी उड़ी कि इसे लेकर ना सिर्फ चर्चाओं का बाज़ार गर्म हो गया, अक्सर विदेश में ही छुपे भारत के एक और छंटे हुए गैंगस्टर और आतंकी लखबीर सिंह लांडा ने गोल्डी के क़त्ल की जिम्मेदारी भी कथित तौर पर अपने सर ले ली।

 

 

कैसी उड़ी अफवाह ?

एक गोलीबारी में गोल्डी बराड़ (Gangster Goldy Brar ) के मारे जाने खबर इसी वक्त पर उड़ी। हुआ यूं कि हॉल्ट एवेन्यू, फेयरमोंट अमेरिका 30 अप्रैल की शाम 5.25 मिनट पर अफ्रीकी मूल के कुछ लोगों के बीच हुई आपसी झड़प में अचानक गोलियां चलने लगी। मारपीट में एक व्यक्ति नीचे जमीन पर गिरा और खुद को बचाने के लिए उसने फायरिंग शुरू कर दी। इस फायरिंग में दो लोगों को गोली लगी और दोनों को उठा कर अस्पताल ले जाया गया। इसमें एक की जान चली गई, जबकि एक को अस्पताल से छुट्टी मिल गई। लेकिन जिसकी जान गई, सारा अफवाह- फसाद उसी को लेकर शुरू हुआ।

 

 

गलतफहमी में बदल गई अफवाह

अक्सर उसकी शक्ल काफी हद तक इंडियन गैंगस्टर गोल्डी बराड़ (Gangster Goldy Brar ) से मिलती-जुलती थी और ना सिर्फ मिलती जुलती थी, कुदरती से उसका नाम भी गोल्डी के नाम से मिलता हुआ था। ऐसे में किसी उस व्यक्ति की मौत को लेकर गलतफहमी हुई और ये गलतफहमी देखते ही देखते गोल्डी बराड़ की मौत की खबर बन कर सोशल मीडिया और मीडिया में छाने लगी।

 

 

कैसे पैदा हुआ कनफ्यूज़न ?

गोलीबारी में जिस व्यक्ति को गोली लगी उसका नाम जेविरय ग्लैडली था। अफ्रीकी मूल के इस व्यक्ति के चेहरे पर भी तकरीबन वैसी ही दाढ़ी थी, जैसी अक्सर तस्वीरों में गोल्डी बराड़ (Gangster Goldy Brar ) की दिखती है। ऊपर से दोनों का चेहरा भी गोल है और शारीरिक बनावट भी काफी हद तक एक जैसी और बस यही वो कॉमन फैक्टर थे जिन्होंने कनफ्यूज़न पैदा कर दिया।

 

 

ग्लैडली को गोल्डी समझ बैठा पंजाबी व्यक्ति

एक मीडिया सूचना के मुताबिक, गोलीबारी के वक़्त वहां से पंजाबी मूल का एक व्यक्ति गुज़र रहा था, जिसे किसी ने ग्लैडली को गोल्डी समझ लिया और इसी से सारे असमंजस की शुरुआत हुई। ऊपर से मामला तब और गहरा गया जब गोल्डी बराड़ (Gangster Goldy Brar ) के क़त्ल की जिम्मेदारी आतंकी लखबीर सिंह लांडा की भी हवा उड़ गई। असल में सोशल मीडिया पर ऐसा कोई भी पोस्ट सामने नहीं आया, लेकिन हवा-हवाई पोस्ट के हवाले से गोल्डी की मौत के पीछे अर्श डल्ला और लखबीर सिंह लांडा की साजिश की खबरें भी सुनी-सुनाई जाने लगीं। क्योंकि अर्श डल्ला के साथ गोल्डी की पुरानी दुश्मनी है और डल्ला, लांडा का करीबी माना जाता है।

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Woman kidnaps 11-year-old girl to become daughter-in-law of 27-year-old son

Kidnapping News : 27 साल के बेटे की बहू बनाने के लिए, महिला ने 11 साल की बच्ची को किया किडनैप 

Kidnapping News : दरअसल, लोग अपने बेटे के लिए अच्छी पत्नी की खोज में कई लड़कियों को रिजेक्ट करते हैं। इसी प्रकार, चाईना में एक महिला ने अपने बेटे के लिए और अच्छी पत्नी बनने को तैयार करने के लिए नाबालिग लड़की को किडनैप किया। ऐसे में एक चीनी महिला को 11 साल की बच्ची का किडनैप (Kidnapping News) करने के लिए जेल की सजा सुनाई गई थी। क्याेंकि वह उसे अपने 27 साल के बेटे के लिए अच्छी पत्नी बनने के लिए सही से पालकर तैयार करना चाहती थी। 

 

 

 

 

माँ-बेटे ने ऐसे बनाई किडनैपिंग की प्लानिंग 

यांग नाम की महिला की 13 फरवरी, 2023 को दक्षिण-पश्चिमी प्रांत गुइझोउ के लिउपांशुई शहर में  एक नाबालिग लड़की से मुलाकात हुई थी। यांग उस लड़की के देखकर समझ गई कि, ये मेरे बेटे के लिए सही पत्नी हो सकती है। उसने लड़की के माता पिता से शादी की बात की, जब उन्होंने शादी से इनकार कर दिया तो मां बेटे ने बच्ची को किडनैप (Kidnapping News) करने की प्लानिंग बनाई। उन्हें जैसे ही अहसास हुआ कि लड़की घर पर अकेली है तो उन्होंने उसे किडनैप (Kidnapping News) कर लिया। वे उसे अपने घर युन्नान ले गए।

 

 

 

 

माँ-बेटे को मिली कम सजा

किडनैपिंग लड़की का मामला दर्ज करते हुए चाईनीज पुलिस ने ठीक 6 दिन बाद तलाश करते हुए यांग को गिरफ्तार कर लिया और चार दिन बाद बेटे ने भी गुनाह कबूल कर लिया । इसके बाद दाेनाें को कोर्ट पेश किया गया, जहां यांग को 2 साल और उसके बेटे को 7 महीने की सजा सुनाई गई। साेशल मीडिया पर चाईना के लोगों ने इस सजा का विरोध करते हुए कहा कि, ये उनके गुनाहओं की बहुत ही कम सजा है।

 

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Speculation of Goldie Brar's murder in America, Sidhu is the mastermind of many murders including Moosewala murder case.

Goldy Brar Murder News : अमेरिका में गोल्डी बराड़ की हत्या की अटकलें, सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस समेत कई हत्याओं का है मास्टरमाइंड

Goldy Brar Murder News : पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस के मास्टरमाइंड गोल्डी बराड़ की अमेरिका में हत्या का खुलासा किया जा रहा है। अमेरिकी न्यूज चैनल की रिपोर्ट के अनुसार, गैंगस्टर गोली बराड़ की अमेरिका में गोली मारकर हत्या कर दी गई है।

बता दें की, गैंगस्टर सतिंदरजीत सिंह उर्फ गोल्डी बराड़ को केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से आतंकवादी घोषित किया जा चुका है। गोल्डी बराड़ ने ही मशहूर पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला (Goldy Brar Murder News) की हत्या की जिम्मेदारी ली थी, जिसके बाद उसका नाम सुर्खियों में आने लगा था।

 

 

 

 

कई मर्डरों की जिम्मेदारी ले चुका है बराड़

गौरतलब है की, गोल्डी बराड़ (Goldy Brar Murder News) के खिलाफ नेताओं को धमकी भरे फोन, फिरौती की मांग, कई हत्याओं की जिम्मेदारी लेने को लेकर मामले दर्ज हैं। गुरलाल बराड़ जो गोल्डी बराड़ का चचेरा भाई था, उसकी हत्या के बाद गोल्डी ने अपराध का रास्ता चुना और कई गैंगस्टर्स के संपर्क में आने लगा। कनाडा के ब्रैम्पटन में रहने वाला गोल्डी बराड़ खालिस्तानी आतंकवादी समूह बब्जर से जुड़ा था। केंद्रीय मंत्रालय की अधिसूचना के अनुसर गोल्डी बराड़ (Goldy Brar Murder News) शार्प-शूटरों की आपूर्ति के अलावा सीमा पार से गोला-बारूद और विस्फोटक सामग्री की तस्करी के अलावा हत्या करने के सभी सामानों की आपूर्ति करता था।

 

 

 

 

फ्रांस का रेड कॉर्नर नोटिस

इंटरपोल सेक्रेटेरिएट जनरल (आईपीएसजी), फ्रांस की ओर से गोल्डी बराड़ के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया जा चुका था। उसके खिलाफ 15 जून 2022 को लुक आउट सर्कुलर जारी किया गया था। इसके बाद 12 दिसंबर 2022 को गोल्डी बराड़ के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया गया था।

गोल्डी बराड़ (Goldy Brar Murder News) साल 2023 में कनाडा के मोस्ट वांटेड की लिस्ट में 15 वें स्थान पर था। उसे हत्या, हत्या की साजिश, हथियार तस्करी के लिए पुलिस खोज रही थी।

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