Haryana political news

दिग्विजय चौटाला ने जेजेपी विधायक बबली को बताया हरियाणा का एकनाथ शिंदे : बोले पीठ में छुरा घोपा, हुड्डा पर भी बरसे

दिग्विजय बोले : हमारे बनाए पीएम हमारे सगी नहीं हुए तो बबली को तो हमने पंचायत मंत्री बनाया था, लाखों कार्यकर्ताओं ने जेजेपी को खड़ा किया, कल का आया आदमी 2 मिनट में पार्टी कब्जाना चाहे तो यह संभव नहीं

फतेहाबाद। जेजेपी पर लगातार हमलावर हो रहे पार्टी के विधायक एवं पूर्व मंत्री देवेंद्र बबली को अब पार्टी के प्रधान महासचिव दिग्विजय चौटाला ने करारा जवाब दिया है। आज फतेहाबाद में पत्रकारों से बातचीत करते हुए दिग्विजय चौटाला पीठ में छुरा घोपने वाला बता डाला और कहा कि हमारे बनाए गए प्रधानमंत्री तक हमारे सगे नहीं हुए, इन्हें तो फिर भी हमने पंचायत मंत्री ही बनाया था। उन्होंने बबली को हरियाणा का एकनाथ शिंदे बता डाला और कहा कि बबली नहीं बबली के अंदर खट्टर बोल रहे हैं। साथ ही दिग्विजय चौटाला ने हुड्डा को घेरते हुए उन्हें भाजपा का बी टीम बताया।


दिग्विजय चौटाला ने कहा कि बबली के सारे प्रयास फेल हो चुके हैं, वो हरियाणा के एकनाथ शिंदे बनना चाहते थे, वे पीठ में छुरा घोपना चाहते थे, लेकिन सभी विधायकों ने उन्हें सावधान कर दिया, जिससे उनका जो हश्र हुआ, वो सबके सामने है। उन्होंने कहा कि हमारे परिवार का इतिहास गवाह रहा है कि हर किसी ने धोखा दिया है। उन्होंने कहा कि उनके परदादा चौ. देवीलाल को भजनलाल ने तब धोखा दिया, जब सरकार बननी थी। फिर चौ.देवीलाल ने विश्वनाथ प्रताप सिंह को प्रधानमंत्री बनाया तो उन्होंने धोखा देखते हुए उनको उनके ही पद से हटा दिया। इसके बाद भी संघर्ष जारी रहा, फिर इनेलो बनी, अब जेजेपी बनी। साजिशों से हमेंं कोई फर्क नहीं पड़ा, हम मजबूत रहे, आगे भी लड़ाई लड़ते रहेंगे।

दिग्विजय ने कहा कि उन्होंने इनेलो छोड़ते समय पार्टी का डंडा, झंडा, सिंबल वहीं छोड़ दिया और अपना अलग घर बनाया, यदि हम सब हथिया लेते तो लोग माफ नहीं करते, लाखों कार्यकर्ताओं के संघर्ष से अब जेजेपी को खड़ा किया तो कोई कल का आया आदमी 2 मिनट में पार्टी कब्जाना चाहे तो यह हरियाणा में संभव नहीं, महाराष्ट्र में ही संभव है।

चुनाव प्रचार के दौरान उम्मीदवारों पर हुए हमले को उन्होंने निंदनीय बताया और कहा कि सभ्य समाज में हर कोई इसकी निंदा कर रहा है, जिनका नाम लेकर प्रदर्शन करने वाले हमला कर रहे हैं, वो किसान नेता टिकैत भी इसकी निंदा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमलावरों की पहचान हो गई है, वो कांग्रेस के लोग थे, जेपी के साथ उनकी तस्वीरें तक सामने आ चुकी हैं।

जेजेपी को भाजपा की बी टीम बुलाए जाने के सवाल पर दिग्विजय चौटाला ने कहा कि बी टीम जेजेपी नहीं बल्कि गुलाबी गैंग है, वो लोग बी टीम हैं, जिन्होंने श्रुति चौधरी की टिकट कटवाकर दान सिंह को इसलिएि दिलवाई, ताकि हुड्डा अपने बेटे को जिता सकें, हरियाणा में उम्मीदवार तक नहीं मिले और राज बब्बर व सतपाल ब्रह्मचारी के रूप बाहरी उम्मीदवार लाए, खट्टर के सामने डमी कैंडीडेट उतार दिया। बी टीम तो वो हैं, जो अपनी एक सीट जीतने के लिए सारे नेताओं, सारी पार्टी को कुर्बान करना चाहते हैं।

उन्होंने कहा कि हुड्डा अपनी जिम्मेवारी मजबूती से निभाएं, आज वे सरकार को गिरा क्यों नहीं रहे हैं? हुड्डा ने कहा था कि भाजपा सरकार को तोडऩे की जिम्मेवारी विपक्ष की है तो दुष्यंत ने अपनी जिम्मेवारी निभाते हुए तुरंत फ्लोर टेस्ट के लिए लेटर लिख दिया, हुड्डा ने काह कि राष्ट्रपति की मांग करो तो दुष्यंत ने हां कर दी, लेनिक हुड्डा ही पलट गए। अब वे कहते हैं कि दुष्यंत अपने 10 एमएलए दिखाएं, तो उन्हें इतना तो ज्ञान होना चाहिए कि विधायकों की परेड सड़क पर नहीं विधानसभा में होगी, जिस दिन विधानसभा सेशन होगा, उस दिन दुष्यंत अपने 10 विधायकों के साथ सेशन में पहुंच जाएंगे।

उन्होंने कहा कि सिरसा में सैलजा को जाने वाला हर वोट सिरसा और फतेहाबाद हलके के खिलाफ हुड्डा को जाएगा। उसका फायदा हुड्डा गुट ही उठाने वाला है। जो पैसे के बल पर कांग्रेस की टिकटें खरीद सकते हैं, वो कल को कांग्रेस को भी खरीद लेंगे। इस अवसर पर पार्टी के जिला अध्यक्ष रविंद्र बेनीवाल, पार्टी प्रत्याशी रमेश खटक, वरिष्ठ नेता कुलजीत कुलडिय़ा, जतिन खिलेरी, दिनेश बंसल आदि मौजूद रहे।

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Politics heated up due to meeting of JJP MLA Kala-Hooda, both the leaders parted ways over viral video

Haryana Congress Political News : जजपा विधायक काला-हुड्डा की मुलाकात से सियासत गर्माई, वायरल वीडियो को लेकर दोनों नेताओं ने किया किनारा

Haryana Congress Political News : लोकसभा चुनाव से पहले प्रदेश में सियासत की गर्मी मई की गर्मी से तेजी से बढ़ रही है। जींद में हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ जजपा विधायक रामकरण काला की मुलाकात की राजनीति सुर्खियां गर्मी की तरह तेज हो गई हैं। इस दौराना दोनों नेताओं की मुलाकात की कथित वीडियो क्लिप वायरल हुई है, जिसको लेकर दोनों नेताओं मुलाकात से साफ इनकार कर दिया है। 

बेटों सहित जजपा विधायक ने छोड़ी जजपा

जींद के एक होटल और कांग्रेस कार्यालय की वीडियो क्लिप वायरल हुई हैं। इसी होटल में भूपेंद्र हुड्डा ठहरे हुए थे। कथित वीडियो क्लिप में रामकरण काला इसी होटल के कमरे से निकलते दिखाई दे रहे हैं। जींद कांग्रेस कार्यालय में रामकरण काला के साथ महिला पार्षद के पति व एक पार्षद के पिता भी दिखाई दे रहे हैं। बता दें कि, एक सप्ताह पहले रामकरण काला के दोनों बेटों एडवोकेट कंवरपाल और सुकराम पाल ने जजपा छोड़ दी थी। वहीं जींद में काला के बेटों के बाद उनके समर्थक पांच पार्षद भी कांग्रेस में शामिल हुए हैं।

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Devendra Babli will not be able to break JJP, these new equations are created

Haryana Political News : जजपा को नहीं तोड़ पाएंगे देवेंद्र बबली, बने ये नए समीकरण

Haryana Political News : हरियाणा की राजनीति में सियासत का खेल महाभारत के शकुनी की चौसर की तरह चल रहा है। कब किस समय सियासत के खेल में पासो की तरह विधायक पलटी मारकर किसी भी राजनीतिक दल को सता दे सकते है।  ऐसे ही हरियाणा की सियासत (Haryana Political News) में पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला की जजपा पार्टी पर खतरा मंडरा रहा है, तो कभी लगता है कि, मानो खतरा टल गया है। जबकि, 10 विधायकों वाली जजपा को तोड़ने के लिए सात विधायकों का समर्थन जरूरी है। 10 में से चार विधायक दुष्यंत चौटाला के साथ हैं। तीन भाजपा के और दो कांग्रेस के साथ हैं। एक विधायक रामकुमार गौतम ने अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं।

 

 

 

जजपा पार्टी टूटने का खतरा टला, हुड्डा से मिले जजपा विधायक रामकरण काला

हरियाणा (Haryana Political News) के पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला की जजपा पार्टी पर कब्जा करने का खतरा लगभग टल गया है। पूर्व पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली पिछले कुछ दिनों से किस तरह से दुष्यंत चौटाला को जजपा के नेता पद से हटाकर वह अपने-आप पार्टी पर काबिज होने की कोशिश कर रहे थे। देवेंद्र बबली तीन विधायकों के साथ अब तक आगे नहीं बढ़ पाए हैं। बता दें कि, दो दिन पहले शाहबाद के विधायक रामकरण काला द्वारा पूर्व भूपेंद्र सिंह हुड्डा से की गई मुलाकात के बाद यह आशंका मजबूत हो गई है कि, देवेंद्र बबली किसी तरह भी 7 विधायक नहीं जुटा सकेंगे। ऐसे में वह न तो जजपा को तोड़ पाने में कामयाब होंगे और न ही उस पर कब्जा कर सकेंगे।

 

कांग्रेस को समर्थन से बदला सियासत खेल

कुछ दिन पहले तीन निर्दलीय विधायकों रणधीर गोलन, धर्मपाल गोंदर और सोमवीर सांगवान द्वारा भाजपा सरकार से समर्थन वापस लेने और कांग्रेस को समर्थन देने से प्रदेश की सियासत में रोमंचक माेड़ आया हुआ है। इस दौरान सियासत के खेल में हरियाणा के पूर्व पंचायत मंत्री देवेंद्र सिंह बबली ने जजपा पार्टी को विभाजित करने का बयान देकर प्रदेश की राजनीति को और रोमांचक बना रहे है।

 

जजपा की मांग विधानसभा सत्र, पर बागी विधायकों ने दिखायें तेवर

छह अन्य विधायकों में से गुहला विधायक ईश्वर सिंह के बेटे और शाहबाद से विधायक रामकरण काला के बेट कांग्रेस ज्वाइन कर चुके हैं। वहीं पूर्व मंत्री देवेंद्र बबली, बरवाला विधायक जोगीराम सिहाग, नरवाना विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा का झुकाव ही क्लियर रूप से भाजपा की ओर देखा जा रहा है। जबकि, नारनौंद से विधायक रामकुमार गौतम ने अब तक अपने कोई पते नहीं खोले है। 

बता दें कि, बबली को छोड़कर दो विधायकों ने भाजपा प्रत्याशियों का मंच तक साझा किया है। कांग्रेस में जाने की चाह रखने वाले ईश्वर सिंह और रामकरण काला क्या देवेंद्र बबली का साथ देंगे। यदि भाजपा सरकार (Haryana Political News) को विधानसभा में फ्लोर टेस्ट का सामना करना पड़ा तो जजपा पार्टी के चीफ व्हिप भाजपा सरकार के खिलाफ जाने का व्हिप जारी कर मास्टर स्ट्रोक खेलेगी।

पार्टी के सूचना के अनुसार, पार्टी के सभी विधायकों को मानना पड़ेगा, नहीं तो अपनी विधायकी से हाथ धोना पड़ेगा। व्हिप नहीं मानने की स्थिति में पूर्व विधायक के रूप में मिलने वाले पेंशन और भत्तों से भी उन्हें हाथ धोना पड़ सकता है।

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Haryana government preparing for floor test, Governor asked for signatures from 30 Congress MLAs

Haryana Political News : फ्लोर टेस्ट के लिए तैयारी में हरियाणा सरकार, राज्यपाल ने 30 कांग्रेस विधायकों से मांगे दस्तखत 

Haryana Political News : लाेकसभा चुनावों के बीच में हरियाणा की राजनीति गर्मियों के दिनों में गर्मी से ज्यादा गर्मा हुई है। हरियाणा में सीएम नायब सिंह सैनी की भाजपा सरकार से तीन निर्दलीय विधायकों के समर्थन वापस लेने के बाद विप़क्ष के एकजुट होने पर ठगमगा गई है। सूचना के मुताबिक, भाजपा सरकार फ्लोर टेस्ट पास करने के लिए विधानसभा का विशेष सत्र बुला सकती है। पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर ने दावा किया है कि, हरियाणा विधानसभा में फ्लोर टेस्ट होगा। उन्होंने कहा कि, जजपा को इस मामले को नहीं उठाना चाहिए था। पर अब उन्होंने उठा लिया है तो वो कटघरे में फंस गए हैं और जजपा के 6 विधायक हमारे संपर्क में हैं। खट्टर ने दावा किया कि, कांग्रेस भी एकजुट नहीं है, 30 में से चार या 5 विधायक छिटकर कांग्रेस के खेमे में सेंध लगा सकते हैं।

 

 

 

राज्यपाल ने कांग्रेस से 30 विधायकों के हस्ताक्षर मांगे हैं 

हरियाणा के तीन निर्दलीय विधायकों सोमवीर सांगवान, रणधीर सिंह गोलन और धर्मपाल गोंदर ने भाजपा सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है और कांग्रेस को अपना समर्थन दिया है। हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष उदयभान सिंह ने कहा कि, 90 सीटों वाली हरियाणा विधानसभा में इस वक्त 88 विधायक हैं, जिसमें भाजपा के 40 विधायक हैं।

कांग्रेस का दावा है कि, बीजेपी सरकार को पहले जेजेपी विधायकों और निर्दलीय विधायकों का समर्थन प्राप्त था। पर, अब जजपा और तीन निर्दलीयों ने भी अपना समर्थन वापस ले लिया है। ऐसे में भाजपा की सरकार अल्पमत में आ गई है। वहीं दूसरी तरफ भाजपा भी कांग्रेस और जजपा के विधायकों में सेंध लगाने की दावा कर रही है। इस कारण राज्यपाल ने कांग्रेस के 30 विधायकों के हस्ताक्षर मांगे हैं। 

 

 

 

 क्या हरियाणा में भाजपा सरकार गिर सकती है ?

हरियाणा सरकार में भाजपा के पास 45 विधायकों का समर्थन है, जबकि 40 विधायक उनकी अपनी पार्टी के हैं और पांच निर्दलीय हैं। इनमें से दो विधायक मनोहर लाल खट्टर और रणजीत चौटाला ने अपने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है। क्योंकि भाजपा ने उनकों लोकसभा चुनावों के मैदान में प्रत्याशी उतारा है। ऐसे में भाजपा के पास विसी में 43 विधायकों की संख्या रह गई है। जिसके कारण भाजपा सरकार अल्पमत में आ गई है। 

जबकि, तीन निर्दलीय विधायकों के समर्थन वापसी से कांग्रेस के पास भी सरकार बनाने का कोई भी मौका नही है? क्योंकि कांग्रेस के पास तीस विधायक हैं, तीन और जुड़े तो ये संख्या 33 होती है। वहीं जजपा के 10 विधायक कांग्रेस के साथ तो फिलहाल जाने की स्थिति में नहीं हैं और जाते भी है तो ये संख्या 43 ही होती है। इसलिए भाजपा सरकार नहीं गिर पायेगी ।

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JJP made MLA and minister, Babli has become blinded by greed:- Amarjeet Dhanda

Haryana Political News : JJP ने बनाया MLA और मंत्री, लालच में अंधे हो गए हैं बबली: अमरजीत ढांडा 

Haryana Political News : हरियाणा में भाजपा सरकार के अल्ममत में होने के बीच सियासी घमासान तेज हो गया है। जजपा के विधायक देवेंद्र सिंह बबली द्वारा दुष्यंत चौटाला और पार्टी के नेतृत्व पर निशाना साधने पर अब जेजेपी विधायक अमरजीत ढांडा ने उन्हें चेतावनी दी है।

 

जुलाना से जजपा के विधायक  ढांडा ने बबली पर पटलवार करते हुए कहा है कि, दो बार विधानसभा का चुनाव हार चुके देवेंद्र बबली को जजपा ने टिकट दिया। पार्टी कार्यकर्ताओं ने उन्हें पहली बार विधानसभा तक पहुंचाया। सरकार में हिस्सेदार होते हुए जजपा नेतृत्व ने ही देवेंद्र बबली को कैबिनेट मंत्री और पंचायत विभाग जैसा अहम महकमा दिया।

 

बबली लालच में अंधे हो गए हैं
बबली पर सियासी (Haryana Political News) हमला करते हुए अमरजीत ढांडा कहा कि, देवेंद्र बबली आज किसी बड़े लालच पद में आकर अपनी निष्ठा और विचारधारा पार्टी के प्रति बदल रहे हैं, जोकि ऐसे नेता को शोभा नहीं देता, जिसे जजपा ने कम समय में बहुत कुछ दिया हो। ढांडा ने कहा कि, देवेंद्र बबली राजनीतिक लालच में अंधे हो गए हैं और मानसिक संतुलन खो रहे हैं।

 

उन्होंने कहा कि, चाबी के निशान पर विधायक बने देवेंद्र बबली ने सत्ता में हिस्सेदारी के वक्त खुद के व्यापार और अपने मित्र-प्यारों पर ही फोकस किया। वहीं साढ़े चार साल में जजपा के विधायक होने के नाते बबली ने ना कभी पार्टी का कोई कार्यक्रम करवाया और ना ही किसी नए व्यक्ति को जजपा में शामिल करवाया। जबकि, जेजेपी के गठन से लेकर आज तक डॉ. अजय सिंह चौटाला के कार्यकर्ताओं ने पार्टी को सींचा है और खड़ा किया है।

 

 

अमरजीत ने कहा कि, उन्होंने पंचायत व्यवस्था (Haryana Political News) बिगाड़कर और सरपंचों का अपमान कर गलत तरीके से इस्तेमाल किया। कहा कि देवेंद्र बबली जैसे स्वार्थी लोग अपनी निष्ठा को भाजपा के पास गिरवी रखकर अपने मतदाताओं का सौदा कर रहे हैं।ढांडा ने कहा कि, देवेंद्र बबली जैसे स्वार्थी लोगों का कोई योगदान नहीं है। उल्टे पार्टी ने अपने हिस्से में आए कैबिनेट मंत्री पद को देवेंद्र बबली को देकर उनको बड़ा मौका दिया था।

 

उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि अगर देवेंद्र बबली को भाजपा इतनी ही अच्छी लगती है तो जजपा के चिह्न पर मिली विधानसभा सदस्यता को छोड़कर राजनीति करें। ढांडा ने याद दिलाया कि, राष्ट्रीय दल बीजेपी और कांग्रेस में शामिल हुए वरिष्ठ नेताओं को न मंचों पर कुर्सी मिलती है और न ही पार्टी में तवज्जो। अमरजीत ढांडा ने कहा कि जेजेपी की तरफ आंख उठाकर देखने से पहले देवेंद्र बबली अपनी राजनीतिक जमीन को जांच लें। ऐसा न हो कि वे न इधर के रहें न उधर के।

 

जजपा पर छा रहे है राजनीतिक संकट के बादल
गुरुवार की रात (Haryana Political News) पूर्व सीएम मनोहर लाल और मौजदा सीएम नायब सैनी की जजपा के तीन विधायकों देवेंद्र बबली, जोगी राम सिहाग और रामनिवास सुरजाखेड़ा के साथ हुई बैठक के बाद दावा किया जा रहा है कि, इन विधायकों ने पद से इस्तीफा दे दिया तो सदन में विधायकों की संख्या कम हो जाएगी। जिसके बाद सरकार सेफ जोन में चली जाएगी। राज्यपाल ने यदि कांग्रेस को सरकार बनाने के लिए कह दिया तो कांग्रेस को यह भरोसा नहीं है कि, जजपा के सभी 10 विधायक उसके साथ खड़े नजर आएंगे या नहीं। शुक्रवार को राज्यपाल से मुलाकात करने के बाद कांग्रेस विधायक दल के उपनेता आफताब अहमद और मुख्य सचेतक बीबी बत्तरा ने साफ कर दिया है कि, कांग्रेस तीन महीने के लिए सरकार नहीं बनाएगी।

 

हरियाणा में भाजपा की सरकार रहेगी या नहीं ?

इस दौरान हरियाणा (Haryana Political News) में भाजपा सरकार को लेकर तेज सुर्खिंया चली हुई हैं। क्योंकि भाजपा से तीन निर्दलीय समर्थन वाफस लेकर कांग्रेस को दिया है। ऐसे में भाजपा सीटों के मामले में अल्पमत में आ गई है और सरकार गिरने का संकय बरकरार है। जबकि, जजपा के तीन विधायक देवेंद्र बबली, जोगी राम सिहाग और रामनिवास सुरजाखेड़ा विधायक पदों से इस्तीफे दे सकते हैं।

 

जजपा के विधायक रामकरण काला और चौधरी ईश्वर सिंह ही कांग्रेस के साथ हैं, जबकि विधायक रामकुमार गौतम कभी भाजपा तो कभी कांग्रेस के पक्ष की बात करते हैं। जजपा के तीन विधायकों ने इस्तीफा दे दिया, तो सदन में विधायकों की संख्या 85 हो जाएगी। ऐसे में भाजपा को सरकार में बने रहने के लिए 42 विधायकों की आवश्यकता होगी। भाजपा के पास इस समय 43 विधायक हैं। इस दांव से सभी विपक्षी दल भी शांत हो जाएंगे और भाजपा पर आया राजनीतिक संकट भी टल जाएगा।

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Dushyant Chautala takes action against the attackers, demands suspension of Uchana police station in-charge

Jind Political News : दुष्यंत चौटाला ने की हमलावरों के खिलाफ कार्रवाई, उचाना थाना प्रभारी को सस्पेंड करने की मांग

कहा नैना चौटाला ने किया था उचाना थाना प्रभारी को फोन किया था, मौके पर नहीं आए

Jind Political News : हिसार लोकसभा से जेजेपी उम्मीदवार नैना चौटाला के काफिले पर पथराव, महिला कार्यकर्ताओं के साथ दुर्व्यवहार मामले के बाद शाम साढ़े छह बजे पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने पत्रकार वार्ता करते हुए बताया कि उनकी डीजीपी से बात हुई है, जिसमें उचाना थाना प्रभारी को सस्पेंड करने, हमला करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।

 

 

दुष्यंत चौटाला ने कहा कि नैना चौटाला घोघड़ियां गांव में कार्यक्रम के बाद जब उचाना की तरफ जा रही थी तो रोजखेड़ा गांव (Jind Political News) में उन्हें रोका गया। कुछ तथाकथित किसान नेता पहले से ही डीजे लगाकर उनका पीछा कर रहे थे। रोजखेड़ा गांव में आकर कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट की गई। गाड़ी पर पत्थर फेंके गए। महिला कार्यकर्ताओं के कपड़े फाड़ दिए गए। दो महिलाओं समेत छह कार्यकर्ताओं को चोटें आई हैं। इस मामले में उन्होंने एसपी सुमित कुमार से बात की है और सख्त कार्रवाई की मांग की है। नैना चौटाला ने पथराव के बाद उचाना थाना प्रभारी को मामले से अवगत करवाया तो उचाना थाना प्रभारी ने कहा कि जितने भी कार्यकर्ता हैं, सभी थाने में आकर रिपाेर्ट दर्ज करवाएं। घटना के दौरान मौके पर कोई पुलिस कर्मी मौजूद नहीं था। डीजीपी से उचाना थाना प्रभारी को सस्पेंड करने की मांग की गई है।

 

 

दुष्यंत चौटाला ने (Jind Political News) हरियाणा, उत्तर प्रदेश के किसान नेताओं को भी कहा कि अगर उनके आदेश या इशारे पर ऐसा हुआ है तो बताएं और अगर किसानी के नाम पर लोग हैं तो ये भी क्लीयर करें। इस तरह का घटनाक्रम पहली बार तीन-चार साल में देखने को मिला है। इस तरह की घटना से पूरा हरियाणा अपमानित है। अभी तक इस मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है लेकिन उनकी मांग है कि शनिवार तक घटना में शामिल सभी आरोपितों को गिरफ्तार किया जाए।
दुष्यंत चौटाला ने ये भी कहा कि यह कांगेस से संबंधित लोग हैं। हिसार से कांग्रेस प्रत्याशी का तो पुराना रिकार्ड रहा है और आदमपुर में वह पिट भी चुके हैं।

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To avoid election duty, a man became a female teacher and was also pregnant.

Jind News : चुनावी ड्यूटी से बचने के लिए पुरूष शिक्षक बन गया महिला और साथ में गर्भवती भी

डीसी ने बैठाई जांच, जानिए पूरा मामला

 

Jind News : चुनावी ड्यूटी से बचने के लिए व्यक्ति कैसे-कैसे तरीके अपना सकते हैं, इसका हम अंदाजा भी नही लगा सकते हैं। ऐसा ही एक मामला जिला जींद में शिक्षा विभाग का सामने आया है। जिला के गांव डाहौला स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय द्वारा जिला प्रशासन के पास भेजे गए कर्मचारियों के डाटा में पीजीटी हिंदी के पद पर कार्यरत शिक्षक सतीश कुमार को न केवल महिला कर्मचारी दर्शाया बल्कि गर्भवती होना भी दर्शाया गया है।

 

यह मामला जब जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त मोहम्मद इमरान रजा के समक्ष आया तो उन्होंने न केवल आश्चर्य प्रकट किया बल्कि तुरंत प्रभाव से जांच बैठाई है। इस मामले को निर्वाचन आयोग और शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों के पास भी भेजा जाएगा।

 

 

उल्लेखनीय है कि चुनाव को संपन्न करवाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा अधिकारियों और कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाती है। जिनमें चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों से लेकर क्लास वन तक के अधिकारी भी शामिल होते हैं। कर्मचारियों के पीठासीन अधिकारीए सहायक पीठासीन अधिकारी के अलावा एसएसटी, एफएसटी, वीडियो सर्विलेंस टीम, वीडियो वीविंग टीम, फ्लाइंग स्क्वेड आदि अनेक टीमों में ड्यूटी होती है।

 

चुनाव को निष्पक्ष एवं पारदर्शी ढंग से संपन्न करवाने के लिए अधिकारी और कर्मचारियों के लिए जिला प्रशासन द्वारा विभिन्न तरह की जरूरी कार्यशालाओं का भी आयोजन करवाया जाता है। जिसमें उनको ईवीएम के बारे में बारीकी से जानकारी दी जाती है ताकि किसी भी स्तर पर कोई चूक ना रहे।

 

इसी बीच जिला प्रशासन के पास प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से कुछ अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा चुनावी ड्यूटी से छुटकारा पाने के लिए सिफारिश पहुंचती हैं लेकिन चुनावी ड्यूटी से छूट जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा चुनाव आयोग के निर्देशों के अनुरूप केवल किसी विशेष परिस्थिति में ही दी जाती है।

सॉफ्टवेयर गर्भवती महिला होने पर डाटा को नही उठाता

जींद के गांव डाहौला स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय से जिला प्रशासन के पास भेजे गए कर्मचारियों के डाटा में यहां पर कार्यरत पीजीटी शिक्षक सतीश कुमार को महिला कर्मचारी होने के साथ-साथ गर्भवती होना भी दर्शाया गया है। चूंकि चुनावी ड्यूटी लगाने के लिए प्रयोग किया जाने वाला सॉफ्टवेयर गर्भवती महिला होने पर डाटा को नही उठाता।

 

ऐसे में सतीश कुमार की कहीं भी ड्यूटी नही लगी। जब यह मामला जिला निर्वाचन अधिकारी एवं डीसी मोहम्मद इमरान रजा के समक्ष रखा गया तो डीसी ने इस मामले पर आश्चर्य प्रकट करते हुए ठोस कार्रवाई शुरू की। डीसी ने वीरवार को इस केस में सीधे रूप से जुड़े पीजीटी सतीश कुमार, स्कूल प्राचार्य अनिल कुमार और स्कूल के कंप्यूटर ऑपरेटर मंजीत को अपने ऑफिस में तलब किया और उनसे कई बार इस आश्चर्यजनक मामले के बारे में यह पूछा कि यह सब कैसे हुआ है लेकिन तीनों ने इसमें अपनी अनभिज्ञता जाहिर की। इस दौरान डीसी ऑफिस में मौजूद डीआईओ सुषमा देशवाल ने डीसी को बताया कि कुछ लोगों ने उनके पास आकर इस केस की मौखिक रूप से जानकारी दी थी और मामले की जांच करवाने की मांग की थी। इस पर उन्होंने डाटा देखा तो यह सही पाया गया।

 

डीसी ने बैठाई जांच कमेटी

जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त मोहम्मद इमरान रजा ने बताया कि कर्मचारी चुनावी ड्यूटी से बचने के लिए इस तरह का कदम भी उठा सकते हैंए इसके बारे में हम सोच भी नहीं सकते। यह अपने आप में एक अनूठा और आश्चर्यजनक मामला है। उन्होंने बताया कि इस मामले में नगराधीश एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी नमिता कुमारी की अध्यक्षता में एक जांच कमेटी बैठाई गई है।

 

जांच कमेटी द्वारा इस सारे मामले की छानबीन की जाएगी। इस मामले में जो भी दोषी होंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ-साथ इस केस की रिपोर्ट शिक्षा विभाग और निर्वाचन आयोग के पास में ही भेजी जाएगी।

लोकतंत्र के इस महापर्व में सभी की भूमिका जरूरी है : उपायुक्त

जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त मोहम्मद रजा ने बताया कि लोकसभा आम चुनाव 2024 लोकतंत्र का महापर्व है। इसका थीम चुनाव का पर्व देश का गर्व दिया गया है। उन्होंने कहा कि चुनाव को निष्पक्ष और शांतिपूर्वक ढंग से संपन्न करवाने के लिए छोटे से छोटे कर्मचारी से लेकर बड़े से बड़े अधिकारी की अहम भूमिका होती है। चुनावी ड्यूटी में शामिल होना अपने आप में एक गर्व की बात है। किसी भी अधिकारी या कर्मचारी को चुनावी ड्यूटी से बचना नहीं चाहिए। यदि कोई कर्मचारी या अधिकारी चुनावी ड्यूटी से बचने के लिए गैर जिम्मेदाराना या गलत रास्ता अपनाते हैं तो वह ड्यूटी में लापरवाही और कोताही मानी जाती है। ऐसे अधिकारी व कर्मचारियों के खिलाफ निर्वाचन आयोग के नियमानुसार सख्त कार्रवाई होती है।

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Dushyant Chautala wrote a letter to the Governor, demanding to call a special session of the Assembly.

Dushyent Write Letter to Haryana Governor : राज्यपाल को पत्र लिख, विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने की मांग की दुष्यंत चौटाला ने

Dushyent Write Letter to Haryana Governor : हरियाणा के एक्स डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने हरियाणा के राज्यपाल को पत्र लिखा। उन्होंने पत्र में राज्यपाल से विधानसभा का सत्र बुलाकर फ्लोर टेस्ट की मांग की है। उन्होंने पत्र देने के बाद मीडिया से कहा कि, हम मौजूदा सरकार का समर्थन नहीं करते हैं और हरियाणा में किसी भी दूसरे राजनीतिक दल द्वारा सरकार बनाने के पक्ष में समर्थन के लिए हमारे दरवाजे खुले हैं।

 

 

 

दुष्यंत चौटाला ने क्या लिखा पत्र में ?

दुष्यंत चौटाला ने राज्यपाल को सौंपते हुए पत्र (Dushyent Write Letter to Haryana Governor) में लिखा है कि, तीन निर्दलीय विधायकों ने सरकार से समर्थन वापिस लिया है। उन्होंने राज्यपाल से लिखित पत्र में मांग की है की। सरकार के पास विश्वास मत नहीं रहा, इसलिए राज्यपाल विधानसभा का सत्र बुलाकर सरकार का फ्लोर टेस्ट पास करें। 

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दुष्यंत के समर्थन पर हुड्डा ने क्या कहा ?

बता दें कि, भाजपा की सहयोगी पार्टी रही जजपा के सुप्रीमो दुष्यंत चौटाला ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा का साथ देने का ऐलान किया है। दुष्यंत के ऐलान के बाद तंज कसते हुए नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने जजपा को भाजपा की बी टीम बताया है। हुड्डा ने कहा कि, यदि सरकार को गिराने में जजपा समर्थन देने की बात कह रही है तो वो लिखित में दे, तभी जाकर कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग करेगी। इसके साथ ही हुड्डा ने दावा किया कि, 40 के करीब पूर्व विधायक और सांसद कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं।

 

 

 

हुड्डा ने राज्य सरकार पर साधा निशाना

हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने राज्य सरकार पर भी निशाना साधते हुए कहा है कि, नैतिकता के आधार पर सरकार को इस्तीफा दे देना चाहिए और हरियाणा में राष्ट्रपति शासन लागू होना चाहिए। हुड्डा ने कहा कि, अब तक 40 से ज्यादा पूर्व विधायक व सांसद कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं। 

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Why are the farmers of Haryana protesting, what will they do to harm BJP and JJP this time?

Haryana Lok Sabha election 2024 : क्यों विरोध कर रहे हैं हरियाणा के किसान, क्या करेंगे अबकी बार भाजपा और जजपा का नुकशान ?

Haryana Lok Sabha election 2024 : लोकसभा 2024 के चुनाव का तीसरा चरण में मतदान संपन्न होने पर है। इस बीच चुनावों में नेताओं का गर्मी के तापमान के आरोप-प्रत्यारोप का सियासी पारा चढ़ता जा रहा है। ऐसे में हरियाणा की 10 सीटों पर लोकसभा चुनाव के छठे चरण में 25 मई को मतदान होना है। पर अबकी बार हरियाणा में जजपा और भाजपा के लोकसभा प्रत्याशियों को गांव-गांव और शहर में किसानों को रोष भरा विरोध का सामना करना पड़ रहा है। हाल ही में हिसार लोकसभा सीट के बंब नियाणा, सरद और खरड़ अलीपुर में में भाजपा प्रत्याशी रणजीत चौटाला को किसानों को विरोध का सामना करना पड़ा। इस तरह भाजपा और जजपा के नेताओं का हरियाणा के प्रत्येक लोकसभा सीटों पर गांव-गांव से विरोध हो रहा है।

 

 

हिसार में भाजपा प्रत्याशी का विरोध

किसान आंदोलन से भरा रोष किसानों में कायम है। ये रोष अबके चुनाव में भाजपा और जजपा के नेताओं के प्रति दिख भी रहा है। हिसार लोकसभा सीट के खरड़ अलीपुर में किसानों नें नारेबाजी करते हुए भाजपा प्रत्याशी रणजीत चौटाला का विरोध जताया। इस दौरान किसान नेताओं ने भाजपा प्रत्याशी का विरोध करते हुए सवाल किए कि, स्वामीनाथन रिर्पोट लागू क्यों नहीं की गई ? पंजाब के किसान शुभकरण को गोली क्यों मारी गई ? जबकि, किसान संगठनों से जुड़े लोगों ने सड़क पर कीलें लगाई और लोहे की जाली रख दी ताकि रणजीत का कारवां आगे ना जा सके। इसी दौरान नियाणा में महिलाओं ने उन्हें काले झंडे दिखाकर विरोध किया। ऐसे में विरोध प्रदर्शन को देखते हुए रणजीत चौटाला वापस लौट गए।

 

 

पानीपत में पूर्व सीएम का विरोध

हरियाणा के करनाल से भाजपा प्रत्याशी एवं पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर को पानीपत में किसानों का विरोध सामना करना पड़ा। वें यहां इसराना के 14 गांवों में रोड शो कर रहे थे। इसी दौरान शालापुर में किसानों ने काले झंडे दिखाकर विरोध किया। ऐसे में भाजपा प्रत्याशी पूर्व सीएम किसानों को समझा नी पाए और वापिस लौट गए।

 

 

उचाना में जजपा नेता नैना चौटाला का विरोध

हरियाणा के पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला की मां नैना चौटाला हिसार लोकसभा की सीट पर जजपा प्रत्याशी के रुप में चुनाव लड़ रही है। नैना चौटाला को भी किसानों की नाराजगी का सामना करना पड़ा। हालांकि, कुछ दिनों पहले नैना चौटाला प्रचार के लिए उचाना के एक गांव में पहुंची और जैसे ही उनका काफिला गांव में पहुंचा वैसे ही ग्रामीण के किसानों ने विरोध करना शुरु कर दिया। इसी दौरान जजपा समर्थकों और ग्रामीण किसानों के मध्य बहस छिड़ गई। केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि कानूनों में सरकार के साथ खड़े रहने पर जजपा को किसानों का विरोध का सामना करना पड़ रहा है।

 

 

हरियाणा में भाजपा प्रत्याशियों के प्रति किसानों को रोष प्रदर्शन

हरियाणा में सभी लोकसभा सीटों पर भाजपा प्रत्याशियों के लिए अबकी बार चुनावों में किसानों और मजदूरों के विरोध प्रदर्शन का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में हरियाणा में लोकसभा चुनावों के मतदान की तारीख जितनी नजदीक आती जा रही है, उतनी भाजपा प्रत्याशियों की समस्या बढ़ती जा रही है। हालांकि, कुछ दिन पहले हरीयाणा के अंबाला लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी बंतो कटारिया को भी किसानों का विरोध का सामना करना पड़ा था।

27 अप्रैल को अंबाला सिटी में प्रचार करने पहुंची बंतो के सामने किसानों ने सवालों की पूरी झड़ी लगा दी। बंतो से सवाल किया की, जब अंबाला में आपदा आई थी तो, आपकी सरकार कहाँ थी ? किसान दिल्ली जा रहे थे तो हरियाणा सरकार ने उनके रास्तों में कील बिच्छाकर हत्याचार क्यों किया ? यूपी के लखीमपुर खीरी मामले में हस्तक्षेप करते हुए आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नी की ? इस प्रकार किसानों के तीखे सवालों के सामने बंतो कटारिया हाथ जोड़कर चुपचाप खड़ी हो गई।

हालांकि, बंतो से पहले रोहतक लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी डॉ. अरविंद शर्मा का भी किसानों ने रोष में विरोध प्रदर्शन किया था। रोहतक के एक गांव टिटौली में वोट मांगने गए शर्मा से किसानों ने सवाल किया कि, वह 5 साल कहां थे ? इसी दौरान अरविंद शर्मा के समर्थकों ने किसानों को कांग्रेसी कह दिया और वहाँ पर किसानों और बीजेपी समर्थकों के बीच में हंगामा हो गया। यहाँ तक कि, बात हाथापाई तक पहुंच गई।

हाल ही में खबर आ रही है कि, सोनीपत लोकसभा से भाजपा प्रत्याशी मोहन बड़ोली के विरोध में जींद के गांव ईंटल में किसानों ने काफिला रोका है। इससे पहले भी जींद के नन्दगढ़ गांव में मोहन बड़ोली का किसानों ने विरोध किया था।

 

 

हरियाणा में कई भाजपा वरिष्ठ नेता भी मायूस

हरियाणा भाजपा में भी हरियाणा कांग्रेस की तरह कई गुट दिखने के आसार है। कुछ महिने पहले कांग्रेस से भाजपा में आए वरिष्ठ नेता कुलदीप बिश्नोई हिसार लोकसभा सीट से टिकट नहीं मिलने से नाराज चल रहें हैं। ऐसे में हरियाणा के नवनिर्वाजित सीएम नायब सिंह सैनी ने दिल्ली में कुलदीप बिश्नोई को मनाने के लिए उनके परिवार और उनसे मुलाकात की। इसी प्रकार भाजपा के वरिष्ठ एवं दिग्गज नेता अनिल विज भी हरियाणा की नई गठन भाजपा सरकार से नाराज चल रहे हैं। वहीं टिकट बंटवारे को लेकर हलोपा प्रमुख गोपाल कांडा भी नाराज चल रहे थे, बाद में पूर्व सीएम मनोहर लाल ने उसे मनाया।

 

 

 

हरियाणा में किसानों की जनसंख्या

हरियाणा में लोकसभा चुनावों में भाजपा और जजपा प्रत्याशियों के लिए हरियाणा का सबसे बड़ा व्यवासायिक वर्ग किसान को समझाना मुश्किल हो रहा है, जो अबकी बार लोकसभा चुनावों को प्रभावित करेगा।

2010-11 की कृषि जनगणना के मुताबिक, हरियाणा में किसानों की जनसंख्या निम्नलिखित इस प्रकार है।

  • 17.55 फीसदी अर्ध-मध्यम किसान
  • 12.04 फीसदी मध्यम किसान
  • 2.83 फीसदी बड़े किसान

 

 

किन किसानों के पास कितनी जमीन है ?

  • छोटे किसानों के पास जमीन 67.58 फीसदी है,जिनके पास 2.5 एकड़ तक जमीन है।
  • 2.5 एकड़ से 5 एकड़ जमीन तक किसानों को छोटे किसानों में शामिल किया गया है।
  • हरियाणा में कुल 7.78 लाख यानी 48.11 फीसदी बड़े किसानों के पास 3.60 लाख हेक्टेयर खेती करने योग्य जमीन है।
  • 3.15 लाख यानी 19.47 फीसदी छोटे किसानों के पास 4.63 लाख हेक्टेयर है।
  • कुल मिलाकर, हरियाणा में 16.17 लाख किसान हैं, जिनके पास 36.46 लाख हेक्टेयर खेती करने योग्य जमीन है।

 

 

हरियाणा में किसानों को जागरुक करने के लिए यात्रा निकालने का ऐलान

पहले से ही पूरे राज्य में जगह-जगह भाजपा प्रत्याशियों को किसानों को भारी रोष विरोध का सामना करना पड़ रहा है। इस बीच लोकसभा चुनाव से पहले संयुक्त किसान मोर्चा ने पूरे हरियाणा में किसान यात्रा निकालने का ऐलान किया है। इस दौरान संयुक्त किसान मोर्चा का कहना है कि, 7 मई यानी आज से 19 मई तक पूरे हरियाणा में किसानों को भाजपा और जजपा प्रत्याशियों के खिलाफ जागरुक करने के लिए यात्रा निकाली जाएगी। इस दौरान किसानों को समझाया जाएगा कि, जिन्होंने आपका नुकसान किया और जिन लोगों के कारण से दिल्ली जाने वालें रोस्तों में कील-कंकड़ बिच्छाए गए ! ऐसे लोगों को वोट देने से पहले कई बार सोचना। किसान आंदोलन- 2 के 100 दिन पूरे होने पर 22 मई को शंभू, खनौरी बॉर्डर पर लाखों किसान जमा होंगे। किसान-मजदूर संघर्ष कमेटी के नेता सरवण सिंह पंधेर ने इस बारे में ऐलान कर पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, यूपी और राजस्थान के किसानों को तैयारियां शुरु करने की अपील की।

 

 

हरियाणा लोकसभा चुनावों में भाजपा का प्रदर्शन कैसा रहा है ?

हरियाणा में पिछले लोकसभा चुनावों में सभी 10 सीटों पर भाजपा ने विजय हासिल की थी। भाजपा को राज्य में पड़े कुल वोटों का 58.02 प्रतिशत हासिल हुआ था। इससे पहले 2014 के लोकसभा चुनावों में भाजपा ने 7 सीटें जीतीं थीं। 2 सीटें ईनेलो को और 1 सीट कांग्रेस के खाते में गयी थी।

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