प्रशासन ने पुलिस बुलाकर जेसीबी से उठवाया कचरा, सफाई कर्मचारी कचरे के आगे बैठे, पुलिस ने पुलिस लाइन भेजा

फतेहाबाद। दीपावली के मौके पर फतेहाबाद में सफाई कर्मचारी की हड़ताल के कारण हालात बेहद खराब हो चुके हैं। शहर में जगह-जगह हर चौक चौराहे पर कूड़ा ही कूड़ा नजर आ रहा है। शहर के बाजार लडिय़ों से सजे है तो नीचे सड़कें कचरे से भरी पड़ी है। लोगों में व्याप्त रोष को देखते हुए प्रशासन ने आज पुलिस की सहायता से जेसीबी मंगवा कर पुराना बस स्टैंड क्षेत्र से कचरा उठवाना चाहा तो सफाई कर्मचारियों ने आज भी विरोध शुरू कर दिया।

कर्मचारी जेसीबी मशीन के आगे बैठ गए और कचरा उठाने का विरोध जताने लगे जिसके बाद पुलिस द्वारा कर्मचारियों को बलपूर्वक उठवा कर पुलिस लाइन ले जाया गया तो वहीं कुछ कर्मचारियों को वहीं पर घेर लिया गया। बाद में घेराव हुए कर्मचारी खुद ही वहां पर नारेबाजी करने के बाद वापस लौट गए। जिसके बाद जेसीबी की सहायता से कचरे को ट्रॉली में उठाया गया। अब शहर भर के डंपिंग साइट से इसी तरह कचरा उठाया जाएगा और शहर की सफाई करवाई जाएगी। वहीं कर्मचारियों का कहना था कि सरकार उनकी सुन नहीं रही, इसलिए वे हड़ताल कर रहे हैं। जब कोरोना आता है, शहर में बरसात आती है या फिर कोई कुत्ता भी मर जाता है तो उनकी याद आ जाती है, आज दीवाली पर उनकी याद क्यों नहीं आ रही।

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आपको बता दें कि पिछले 5 दिनों से शहर में सफाई कर्मचारियों की हड़ताल के कारण सफाई नहीं हुई है जिस कारण जगह-जगह कचरे के ढेर लग गए हैं। बीते दिन ही सरकार ने प्रदेश भर में सफाई करवाने के आदेश दिए गए थे जिसके बाद आज प्रशासन हरकत में आया है। आपको बता दें कि एक दिन पहले भी प्रशासन द्वारा इसी प्रकार कचरा हटवाना चाहा तो कर्मचारियों ने उन्हें रोक दिया था तो वहीं बीते दिनों नगर परिषद की मीटिंग में यह तय हुआ था कि पार्षद अपने स्तर पर कचरा हटवाएंगे जिसका खर्चा नगर परिषद अदा करेगी। लेकिन जब कुछ पार्षदों ने अपने-अपने वार्डो मे कचरा हटाना चाहा तो कर्मचारी सूचना पाकर वहां भी पहुंच गए और उनके घरों का घेराव कर विरोध जताया था।

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पार्षदों द्वारा अपने लेवल पर इक_ा करवाए गए कचरे को भी सड़क पर फेंक दिया था। लोग भी इस लोगों में भी इस बात को लेकर रोष है कि सफाई कर्मचारी अपनी हड़ताल दिवाली पर ना करके आगे पीछे किसी और दिन कर सकते थे, क्योंकि दिवाली का त्यौहार सभी का सांझा है। सफाई कर्मचारियों के परिवारों के लिए भी दिवाली उतनी ही महत्वपूर्ण है जितनी उनके लिए है। क्योंकि इस कचरे के कारण बाजार में रौनक पर धब्बा जरूर लगा है।

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